NEW DELHI. लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा लोकसभा में बसपा के सांसद दानिश अली को अपशब्द कहने का मामला फिर गरमाने वाला है। इस मामले में बिधूड़ी को मंगलवार (10 अक्टूबर) को लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के सामने पेश होना था, लेकिन उन्होंने कहा, वे इस समय काफी व्यस्त हैं। इसलिए बैठक में शामिल होना उनके लिए नामुमकिन है।
बिधूड़ी ने क्या कहा था दानिश अली को?
दरअसल, रमेश बिधूड़ी ने संसद के विशेष सत्र के दौरान बसपा सांसद दानिश अली को लोकसभा में 'ओ उग्रवादी' और 'आतंकवादी' कहकर संबोधित किया था, जिस पर काफी बवाल हुआ। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने बिधूड़ी के बयान की निंदा की थी। बीजेपी ने भी बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद बिधूड़ी को बीजेपी ने बड़ी जिम्मेदारी दे दी। इस पर भी दानिश के कटाक्ष हुए।
बिधूड़ी को बनाया टोंक जिले का प्रभारी
बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को टोंक जिले का प्रभारी बनाया है। वे इस समय चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं। टोंक में कुल चार विधानसभा सीटें हैं, जिन्हें बीजेपी हर हाल में जीतना चाहती है। बिधूड़ी गुज्जर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, वहीं टोंक में गुज्जरों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में बीजेपी ने अपनी रणनीति के तहत बिधूड़ी को भेजा है।
दानिश अली ने बिधूड़ी पर साधा निशाना
रमेश बिधूड़ी को टोंक प्रभारी बनाने पर दानिश अली ने निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बिधूड़ी को नफरत फैलाने का इनाम दिया है। इससे बीजेपी का असली चरित्र सामने आया है। हालांकि, मुझे उम्मीद है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
टोंक में बिधूड़ी का विरोध
बीजेपी ने 23 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस बीच टोंक जिले की देवली उनियारा विधानसभा सीट से बीजेपी से उम्मीदवार विजय बैंसला को बनाया है। इधर, बीजेपी में बाहरी उम्मीदवार को लेकर अन्तर्कलह सामने आ रही है। इसको लेकर बीजेपी के जिला प्रभारी और दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी को विरोध का सामना करना पड़ा। इस मामले में बिधूड़ी ने विजय बैंसला का बचाव कर कहा कि विजय बैंसला राजस्थान के ही है। उनके पिता ने भी राजस्थान से ही चुनाव लड़ा। जबकि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट बाहरी उम्मीदवार हैं। वे राजस्थान के नहीं हैं।