NEW DELHI. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश और रक्षा मंत्री रह चुके और वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता यशवंत सिन्हा ने पार्टी से इस्तीफा देने की पेशकश की है। सोशल मीडिया पोस्ट कर उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि वे राष्ट्रपति चुनाव की रेस में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
उनका यह बयान ऐसे वक्त आया जब विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार का नाम तय करने जा रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए यशवंत सिन्हा का नाम सुझा सकती हैं।
यशवंत का ट्वीट
यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया- ममता जी ने TMC में मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दिलाई, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं। अब समय आ गया है कि मैं एक बड़े उद्देश्य के लिए पार्टी से अलग हो जाऊं, ताकि विपक्ष को एकजुट करने के लिए काम कर सकूं। मुझे उम्मीद है कि ममता जी मेरे इस कदम को स्वीकार करेंगी।
I am grateful to Mamataji for the honour and prestige she bestowed on me in the TMC. Now a time has come when for a larger national cause I must step aside from the party to work for greater opposition unity. I am sure she approves of the step.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) June 21, 2022
यशवंत सिन्हा: IAS अफसर से दिग्गज राजनेता तक का सफर
- सिन्हा 1960 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से जुड़े। 24 साल तक कई अहम पदों और विभागों में सेवाएं दीं।
इन नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव से नाम वापस लिया
अब तक कई बड़े नेता राष्ट्रपति चुनाव की रेस से पीछे हट चुके हैं। पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर गोपालकृष्ण गांधी ने 20 जून को राष्ट्रपति चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया। उनसे पहले राकांपा शरद पवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था।
नामांकन दाखिल करने की ये लास्ट डेट
15 जून को नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 जून है। अगर चुनाव कराने की जरूरत पड़ती है, तो यह 18 जुलाई को कराए जाएंगे और जुलाई में ही नतीजे आ जाएंगे। 24 जुलाई को देश को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा।