Lucknow: RSS के 6 कार्यालयों को उड़ाने की धमकी, तमिलनाडु से आरोपी अरेस्ट

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Vivek Sharma
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Lucknow:  RSS के 6 कार्यालयों को उड़ाने की धमकी, तमिलनाडु से आरोपी अरेस्ट

Delhi: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के छह कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। लखनऊ के मड़ियांव थाने में सोमवार देर रात इस मामले में FIR दर्ज की गई। सुलतानपुर के एक डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर को मोबाइल पर मैसेज भेजकर लखनऊ के अलीगंज, गोंडा के नवाबगंज सहित कर्नाटक में भी 4 जगहों पर स्थित RSS कार्यालय को उड़ाने की धमकी दी गई। धमकी देने वाले राज मुहम्मद को तमिलनाडु के पुदुकोट्टाई से गिरफ्तार कर लिया गया है। UP ATS ने कहा कि आरोपी को लखनऊ लाने के लिए टीम रवाना हो गई है। यह धमकी तीन भाषाओं में दी गई है। साइबर टीम ने इस मामले की जांच शुरू की। वहीं, ATS और अन्य खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई थीं। इस मामले में UP के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक का कहना है कि सभी मामलों में उच्च स्तरीय जांच चल रही है।





 माना जा रहा है कि नुपुर शर्मा द्वारा हाल में की गई विवादास्पद टिप्पणी(controversial comment) के बाद कट्टरपंथियों की ओर से लगातार धमकी दी जा रही है। हालांकि भाजपा ने नुपुर शर्मा से किनारा कर लिया है, लेकिन अभी भी वे कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं। बहराल इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसिया(security agencies) सतर्क हो गईं हैं। 





मड़ियांव पुलिस के मुताबिक, यह धमकी लखनऊ के अलीगंज में रहने वाले प्रोफेसर नीलकंठ मणि पुजारी के वॉट्सऐप पर मिली है। प्रोफेसर ने (FIR) दर्ज कराई है कि दो दिन पहले एक शख्स ने उन्हें मैसेज भेजकर धमकी दी। इस मामले में मड़ियांव कोतवाली में मैसेज भेजने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। एटीएस और अन्य खुफिया एजेंसी भी सक्रिय हो गई है। वॉट्सऐप ग्रुप(whatsapp group) में तीन अलग-अलग भाषाओं में धमकी दी गई है। इसमें हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा का उपयोग किया गया है।





तो 'कर्नाटक और लखनऊ में धमाका होगा...'







नीलकंठ ने पुलिस को बताया कि मैसेज में रविवार रात तक लखनऊ, उन्नाव और कर्नाटक में धमाका करने की धमकी दी गई थी। मैसेज में बताया गया कि RSS कार्यालयों को निशाना बनाया जाएगा। मैसेज पढ़ने के बाद प्रोफेसर सुल्तानपुर से लखनऊ पहुंचे और मड़ियांव थाने में मामले की जानकारी दी।





सक्रिय हुई पुलिस







इंस्पेक्टर मड़ियांव अनिल कुमार के मुताबिक, नीलकंठ मणि पुजारी की तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया। हालांकि रात आठ बजे कोई भी विस्फोट नहीं हुआ। मामले की जांच की जा रही है। मैसेज कहां से आया उसके लिए साइबर क्राइम टीम समेत अन्य विभाग काम कर रहे हैं।







वॉट्सऐप ग्रुप पर मिली 





व्हाट्सएप पर मिली धमकी भरे इस मैसेज में लखनऊ के 2 और कर्नाटक के 4 कार्यालय को बम से उड़ाने की बात कही गई है। अल अंसारी इमाम रजी उन मेंहदी नाम का एक वॉट्सएप ग्रुप बनाकर कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी भाषा में यह धमकी दी गई है। ऐसा बताया जा रहा है कि अल इमाम अंसार रजी उन मेंहदी नाम के ग्रुप में एक आरएसएस कार्यकर्ता इनवाइट लिंक के जरिए जुड़ गया।





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इनवाइट लिंक से ग्रुप में जुड़े संघ के कार्यकर्ता





बताया जा रहा है कि इस वॉट्सएप ग्रुप का इनवाइट लिंक कई ग्रुपों में शेयर किया जा रहा था, जिसके चलते आरएसएस के कार्यकर्ता ने भी उसको खोला और जुड़ गए। व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के बाद कार्यकर्ता ने देखा कि इस तरीके की चर्चा हो रही है, जिसके बाद उन्होंने एक अवध प्रांत के पदाधिकारी को इसकी सूचना दी। मामले का संज्ञान लेते हुए अवध प्रांत के पदाधिकारी ने आरएसएस के बड़े पदाधिकारियों को जानकारी की, जिसके बाद पूरे मामले की जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों से साझा की गई।





 मामला दर्ज 







आरएसएस के अवध प्रांत के घोष प्रमुख, प्रोफेसर नीलकंठ तिवारी की तहरीर पर लखनऊ के मड़ियांव थाने में केस दर्ज कराया गया। लखनऊ के मड़ियांव थाना के एसएचओ ने बताया कि मामले में धारा 507 और आईटी एक्ट 66 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। इस जांच में साइबर सेल और क्राइम-ब्रांच की मदद भी ली जा रही हैष साथ ही कार्यालयों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।





भाजपा ने  27 नेताओं को दी हिदायत 







दूसरी ओर इस मामले के बाद भाजपा बैकफुट पर है। पार्टी पर अपने नेताओं पर लगाम लगाने का दबाव बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में पार्टी ने धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अपने 38 नेताओं की पहचान की है। इनमें से 27 चुने हुए नेताओं को ऐसे बयान देने से बचने की हिदायत दी है। इनसे कहा गया है कि धार्मिक मुद्दों पर बयान देने से पहले पार्टी से परमिशन ले लें। पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाले नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर कार्रवाई के बाद भाजपा एक्शन में दिख रही है। नेताओं के पिछले 8 साल (सितंबर 2014 से 3 मई 2022 तक) के बयानों को IT विशेषज्ञों की मदद से खंगाला गया है। करीब 5,200 बयान गैर-जरूरी पाए गए। 2,700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया। 38 नेताओं के बयानों को धार्मिक मान्यताओं को आहत करने वाली कैटेगरी में रखा गया।





 ये नेता देते हैं हेट स्पीच







अनंत कुमार हेगड़े, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, तथागत राय, प्रताप सिम्हा, विनय कटियार, महेश शर्मा, टी. राजा सिंह, विक्रम सिंह सैनी, साक्षी महाराज, संगीत सोम।





जमकर हो रहा ट्रेंड





पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी के बाद अरब देशों में बायकॉट इंडिया सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है। इस बीच कुवैत के कुछ सुपर स्टोर्स ने भारत में बने सामानों की बिक्री रोक दी है। कुवैत सरकार ने कहा है कि भारत में सत्ता में मौजूद पार्टी के नेताओं ने मुस्लिमों की भावनाओं को आहत किया है। इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। UAE, जॉर्डन और इंडोनेशिया ने भी नुपुर शर्मा और नवीन कुमार के बयानों पर आपत्ति जताई है।





OIC का बयान संकीर्ण







इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत की आलोचना करते हुए UN से मुसलमानों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। इधर, भारत ने OIC के बयान को ‘संकीर्ण’ बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, कुछ लोगों की अमर्यादित टिप्पणी भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती है।



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