लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 27 फरवरी को 5वें फेज की वोटिंग हो रही है। 12 जिलों अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा की 61 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। अयोध्या में साधु-संतों ने भी वोट डाला। बीजेपी नेता रीता बहुगुणा जोशी, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और अमेठी से बीजेपी कैंडिडेट संजय सिंह ने वोट डाला। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 10 मार्च (नतीजों वाले दिन) साइकिल (सपा) बंगाल की खाड़ी में गिरेगी। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से मतदान की अपील की है।
उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र के उत्सव का आज पांचवां चरण है। सभी मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें और अपना कीमती वोट अवश्य दें।
— Narendra Modi (@narendramodi) February 27, 2022
योगी के सबसे ज्यादा मंत्री इसी फेज में: 61 सीटों पर 48 सिटिंग विधायक चुनाव लड़ रहे हैं। 2017 में इन 61 में से भाजपा ने 50 सीटें जीती थी। सपा ने 5, बसपा ने 3, कांग्रेस ने एक और 2 सीट निर्दलीयों ने जीती थी। सरकार के सबसे ज्यादा मंत्री इसी फेज में किस्मत आजमा रहे हैं। योगी सरकार के सबसे ज्यादा 6 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं तो कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह पट्टी सीट से हैं। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहबाद पश्चिम, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी इलाहाबाद दक्षिण, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री मनकापुर सीट और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सदर से चुनाव लड़ रहे हैं। योगी सरकार के मंत्री रहे मुकुट बिहारी की जगह उनके बेटे और पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल भी चुनावी मैदान में हैं।
5 वें चरण की टॉप-5 सीटें
1. सिराथू में डिप्टी सीएम VS पल्लवी पटेल
कौशांबी की सिराथू इस फेज की सबसे हॉट सीट है। एक तरफ केशव मौर्य खुद को यहां का बेटा बता रहे हैं तो वहीं पल्लवी पटेल (सपा) खुद को बहू बताकर अपने लिए मुंह दिखाई में वोट मांग रही है। पल्लवी अपना दल (एस) की प्रमुख और केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन हैं। यहां डिंपल यादव और जया बच्चन ने एक साथ यहां पहली रैली करके वोट मांगे।
2. अयोध्या में बाहुबली vs बाहुबली की पत्नी
अयोध्या की गोसाईगंज में एक बार फिर दो बाहुबलियों के बीच सियासी वर्चस्व की जंग है। इस सीट से सपा की ओर से बाहुबली अभय सिंह मैदान में है तो बीजेपी की ओर से बाहुबली खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी मैदान में है। 2017 के चुनाव में भी खब्बू तिवारी और अभय सिंह आमने-सामने थे, लेकिन खब्बू ने करीब 11 हजार वोटों से बाजी मार ली थी। खब्बू फर्जी डिग्री मामले में जेल में है।
3. कुंडा में राजा भैया vs गुलशन यादव
कुंडा से राजा भैया लगातार 6 बार जीत चुके हैं। राजा भैया चाहे जेल में हो या बाहर, कुंडा पर उनका कब्जा बरकरार रहा है। सपा ने कभी राजा भैया के बेहद करीबी रहे गुलशन यादव को टिकट दिया है। अखिलेश ने खुद यहां रैली करके गुलशन को जिताने की अपील की है। बीजेपी ने यहां से सिंधुजा मिश्रा, बसपा ने मो. फहीम और कांग्रेस ने योगेश यादव को टिकट दिया है।
4. गोंडा में बाहुबली का बेटा vs भतीजा
गोंडा सदर सीट से एक बार फिर दो क्षत्रपों की लड़ाई है। एक तरफ बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण बीजेपी के टिकट पर मैदान में है। सपा ने पूर्व मंत्री रहे विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह के भतीजे सूरज सिंह को मैदान में उतारा है। 2017 के चुनाव में भी ये दोनों आमने-सामने थे, हालांकि तब सूरज चुनाव हार गए थे।
5. प्रयागराज में सिद्धार्थनाथ सिंह और ऋचा सिंह
प्रयागराज में 12 विधानसभा सीटें हैं। प्रयागराज पश्चिम सीट पर कांटे का मुकाबला है। यहां यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के मुकाबले सपा ने छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह को उतारा है। इस सीट पर एक वक्त में बाहुबली अतीक अहमद का दबदबा था। इस बार भी अतीक अहमद भी चुनावी मुद्दा है। योगी सरकार ने अतीक की करोड़ों- अरबों की संपत्ति पर बुलडोजर चलवाया है। बीजेपी गुंडाराज के मुकाबले के तौर पर इसे अपनी बड़ी सफलता के तौर पर पेश करती है। सिद्धार्थनाथ सिंह, ऋचा सिंह को अतीक अहमद का मुखौटा बता रहे हैं।