लखनऊ. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी को झटके लगने का दौर जारी है। 3 दिन में एक के बाद एक बीजेपी विधायक पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। 13 जनवरी को शिकोहाबाद के बीजेपी विधायक डॉ. मुकेश वर्मा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसी दिन (13 जनवरी को ही) बिधूना से बीजेपी विधायक विनय शाक्य और आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने भी पार्टी छोड़ दी। सैनी, स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी माने जाते हैं।
12 जनवरी को को ओबीसी नेता (OBC Leader) दारा सिंह चौहान ने योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। 3 दिन में बीजेपी के 9 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। हालांकि, इस दौरान एक कांग्रेस विधायक और एक सपा विधायक बीजेपी में शामिल भी हुए।
ये रहा घटनाक्रम
- जब बीजेपी नेताओं की दिल्ली में उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर बैठक हो रही थी, उसी बीच 11 जनवरी को कैबिनेट मंत्री और प्रदेश के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
बीजेपी को मिले दो विधायक: 12 जनवरी को कांग्रेस विधायक नरेश सैनी और सपा विधायक हरिओम यादव बीजेपी में शामिल हुए। हरिओम मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदार हैं।
मैं लोगों के साथ न्याय नहीं कर पा रहा था: एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में भगवती सागर ने कहा कि बीजेपी बीआर अंबेडकर और कांशीराम के सिद्धांतों को नहीं मानती। मैं बीजेपी में रहकर उन लोगों के साथ न्याय नहीं कर पा रहा था, जो जाति व्यवस्था से पीड़ित हैं।
2017 विधानसभा चुनावों का गणित
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