Bhopal : रेल कर्मचारियों की सूझ-बूझ से बड़ी दुर्घटनाए टलीं है। जिससे कई यात्रियों का जीवन बचा है। रेल कर्मचारियों के इस कार्य के लिए उन्हें संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया है। सोमवार को मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें 14 कर्मचारियों को मण्डल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी ने सम्मानित किया।
कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र और नगद पुरस्कार से सम्मानित
मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय भोपाल में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मण्डल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी ने कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र और नगद पुरस्कार से सम्मानित किया। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और इस दिशा में हम निरंतर प्रयासरत हैं। कर्मचारियों को ऐसे प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं जिससे वे किसी भी आकस्मिक स्थिति का तत्काल और प्रभावी ढंग से सामना कर सकें। रेलवे हमेशा यात्री सुरक्षा और संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और इसी कारण से अपने कर्मचारियों को हर संभव संसाधन और प्रोत्साहन प्रदान करता है ताकि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ कर सकें।
अधिकारी उपस्थित रहे
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक रश्मि दिवाकर , वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी योगेन्द्र बघेल, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर पीएस रघुवंशी,वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक निरिश राजपूत, वरिष्ठ मंडल संरक्षा आयुक्त प्रशांत यादव, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता(कर्षण परिचालन) सचिन के शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
ये दुर्घटना टाली, इनको मिला सम्मान
स्पार्किंग के कारण संभावित दुर्घटना टाली
25 मार्च 2024 को ट्रेन नंबर 11116 शारंगपुर स्टेशन से गुजर रही थी, तभी विक्रम सिंह मीणा (उप स्टेशन प्रबंधक, शारंगपुर) ने कोच नंबर B-1 के अग्रिम ट्रॉली के बाईं तरफ के एक्सल बॉक्स में स्पार्किंग देखी। उन्होंने खतरे का संकेत देकर ट्रेन को रुकवाया और दिनेश सिंह जाट (ट्रेन मैनेजर, गुना) ने ट्रेन को रोककर जांच की, जिससे हॉट एक्सल की समस्या का पता चला और संभावित दुर्घटना को टाला गया।
धुआं निकलने पर त्वरित कार्रवाई
12 अप्रैल 2024 को ललितपुर स्टेशन पर ट्रेन पारगमन के दौरान, गायत्री पाटीदार (असिस्टेंट स्टेशन मास्टर, ललितपुर) ने कोच में धुआं निकलते देखा और तुरंत ट्रेन को रोक कर जांच की। इससे बड़ा हादसा टल गया।
ब्रेक ब्लॉक जाम से बचाव
28 मई 2024 को ट्रेन नंबर 22130 सोराई स्टेशन से गुजर रही थी, तभी राहुल यादव (उप स्टेशन प्रबंधक, सोराई) ने SLR में धुआं देखा। खतरे का संकेत देकर उन्होंने ट्रेन को रुकवाया और ब्रेक ब्लॉक जाम की समस्या को ठीक किया, जिससे संभावित दुर्घटना टल गई।
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इंजन में आग से बचाव
03 जून 2024 को गुलाबगंज स्टेशन पर सौरभ सिंह (कॉन्स्टेबल, गुलाबगंज) ने ट्रेन नंबर 12627 में इंजन से धुआं निकलते देखा और सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन को रोका, जिससे इंजन में लगी आग को बुझाया जा सका।
लीकेज ट्रॉली की पहचान और बचाव
16 जून 2024 को कृष्ण कांत (ट्रेन मैनेजर, इटारसी) ने इंजन में लीकेज ट्रॉली को देखा और तुरंत कार्यवाही करते हुए ट्रेन को रोका और दुर्घटना को टाला।
हॉट एक्सेल की पहचान
20 जून 2024 को आदर्श राठौर (ट्रेन मैनेजर, इटारसी) ने एनबोक्स में हॉट एक्सेल के लक्षण देखकर ट्रेन को रोका और संभावित दुर्घटना को टाला।
गैस लीक का समाधान
28 जून 2024 को ललित कुमार (कॉन्स्टेबल, पीलीभित) ने ट्रेन नंबर एनबोक्स के दूसरे पार्ट में गाड़ी से धुआं निकलते देखा और ट्रेन को रोका, जिससे संभावित दुर्घटना टली।
पाइप लीक की मरम्मत
31 दिसंबर 2023 को राहुल साहू (असिस्टेंट यार्ड पायलट, बीना) ने ट्रेन नंबर 16631 में टीसी-2 और टीसी-3 के बीच पाईप में रिसाव देखा और तुरंत कार्यवाही कर उसे ठीक किया।
बड़े पेड़ के गिरने से बचाव
04.06.2024 को ख्याली राम (यार्ड पायलट, गुना) और ओ.पी. सेन (असिस्टेंट यार्ड पायलट, गुना) ने ट्रेन नंबर 20961 में बड़े पेड़ के गिरने से ट्रेन को रोका और दुर्घटना को टाला।
इंजन की समस्या का समाधान
04 जून 2024 को सुशील बख्शी (यार्ड पायलट, इटारसी) और राघव चौरसिया (असिस्टेंट यार्ड पायलट, इटारसी) ने इंजिन की समस्या को ठीक कर संभावित दुर्घटना को टाला।
ग्रीस लीक की पहचान और बचाव
14 जून 2024 को जितेंद्र यादव (यार्ड पायलट, इटारसी) ने इंजन में ग्रीस लीक को देखा और तुरंत कार्यवाही कर उसे ठीक किया।
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