NEW DELHI. सूडान में चल रही लड़ाई के बीच फंसे भारतीयों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई-लेवल मीटिंग की थी। पीएम ने भारतीय नागरिकों की निकासी और उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचने के लिए सभी विकल्पों पर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अब सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। 23 अप्रैल, रविवार को विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि वायुसेना के दो C-130J विमान और नौसैनिक जहाज INS सुमेधा स्टैंडबाय पर रखे गए हैं।
Situation in Sudan
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— Arindam Bagchi (@MEAIndia) April 23, 2023
एमईए ने कहा- बारीकी से निगरानी जारी
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि भारत जटिल और उभरती सुरक्षा स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए कोऑर्डिनेशन भी कर रहा है। सरकार ने कहा कि हमारी तैयारी के हिस्से के रूप में और तेजी से कदम उठाने के लिए भारत कई विकल्पों को फॉलो कर रहा है। दो भारतीय वायुसेना C-130J के विमान इस समय जेद्दाह (सउदी अरब) में स्टैंडबाय पर खड़े हैं। इसके अलावा INS सुमेधा भी सूडान के बंदरगाह पहुंच गया है।
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कई देशों से संपर्क में है भारत
विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि सूडानी अधिकारियों के अलावा, सूडान में भारतीय दूतावास भी संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और अमेरिका के साथ लगातार संपर्क में हैं।
सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच छिड़ी जंग
बता दें कि अफ्रीकी देश सूडान में संघर्ष तेज हो गया है। वहां सेना और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच देशभर में जंग छिड़ गई है। सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच एक बार फिर संघर्ष शुरू हो गया है। दोनों ही देश की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं। इस संघर्ष में अब तक सैकड़ों लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
भारत के करीब डेढ़ हजार नागरिक फंसे हुए हैं
सूडान में पिछले कई दिनों से मिलिट्री और पैरामिलिट्री के बीच लड़ाई जारी है। WHO के मुताबिक, इसमें अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 3500 लोग घायल हुए हैं। इस लड़ाई का केंद्र बनी राजधानी खार्तूम में भारत के करीब डेढ़ हजार नागरिक भी फंसे हुए हैं। वहीं सूडानी शहर अल-फशेर में कर्नाटक के हक्की-पिक्की आदिवासी समुदाय के 31 लोग शामिल हैं।