NEW DELHI. टाटा ग्रुप की एयरलाइंस कंपनियों में सब ठीक नहीं चल रहा है, एअर इंडिया एक्सप्रेस में संकट गहराया हुआ है। एक साथ करीब 300 क्रू मेंबर्स के सिक लीव पर जाने से कंपनी को सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार, 9 मई को भी एअर इंडिया एक्सप्रेस की 85 फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं। अब इस मामले में एयरलाइन ने 30 कर्मचारियों को टर्मिनेट भी कर दिया है। जानते हैं आखिर ये संकट क्यों खड़ा हुआ है।
मंगलवार को 90 और आज 85 फ्लाइट्स रद्द
Air India Express एयरलाइन में मंगलवार की रात से हड़कंप की शुरुआत हो गई थी, कंपनी ने कहा था कि उसके कई सीनियर क्रू-मेंबर्स ने अचानक सिक लीव लेकर छुट्टी पर चले गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इनकी तादाद करीब 300 के आस-पास थी। क्रू की कमी से फ्लाइट्स का संचालन भी प्रभावित हुआ। इससे करीब 90 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिनमें घरेलू और इंटरनेशनल रूट्स की उड़ानें शामिल थीं। फ्लाइट्स पर ये संकट अभी भी बरकरार है मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार को भी कर्मचारियों की कमी के कारण एअर इंडिया एक्सप्रेस की 85 फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं। हालांकि, एयरलाइन प्रवक्ता ने बताया कि 283 फ्लाइट्स का संचालन किया गया है।
यात्रियों के लिए फुल रिफंड या फ्लाइट रीशेड्यूल का दिया ऑप्शन
एयर इंडिया एक्सप्रेस की शुरुआत साल 2005 में की गई थी जो Air India की सहयोगी कंपनी है। क्रू-मेंबर्स के अचानक बीमारी की छुट्टी पर जाने और एयरलाइन के हजारों यात्रियों को हुई परेशानी को गंभीरता से लेते हुए एयरलाइन ने अब सख्ती दिखाना भी शुरू कर दिया है और करीब 30 सीनियर क्रू मेंबर्स को टर्मिनेशन नोटिस थमा दिया है। वहीं दूसरी ओर फ्लाइट कैंसिल होने से परेशान यात्रियों से माफी मांगते हुए कंपनी ने उन्हें फुल रिफंड लेने या फिर फ्लाइट को रीशेड्यूल करने का ऑप्शन दिया है। इस संबंध में एअर इंडिया एक्सप्रेस ने सोशल मीडिया और अपनी वेबसाइट पर जानकारी शेयर की है।
आखिर Air India Express में ऐसी नौबत क्यों आई
आखिर एअर इंडिया की कंपनी Air India Express में ऐसी नौबत किस वजह से आई कि एक साथ इतने क्रू-मेंबर्स छुट्टी पर चले गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार क्रू-मेबर्स एयरलाइन पर मिसमैनेजमेंट का आरोप लगा रहे हैं। कंपनी और कर्मचारियों के बीच विवाद AIX कनेक्ट के साथ एयर इंडिया एक्सप्रेस के मर्जर की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही बढ़ रहा है। ऐसे में कुछ केबिन क्रू मेंबर्स ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया। हालांकि, केवल यही कारण नहीं है असंतोष बढ़ने का, बल्कि विरोध कर रहे कर्मचारी वेतन भत्ते को लेकर भी नाखुश हैं। वेतन समानता और कर्मचारियों को एकजुट करना एयरलाइन के लिए चुनौती बनता जा रहा है।