भारत को पेरिस ओलंपिक में छठा मेडल मिल गया है। अमन सहरावत ने रेसलिंग में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिला दिया है। 57 किलो फ्रीस्टाइल ब्रॉन्ज मेडल मैच में अमर ने पुएर्तो रिको के पहलवान डारियन तोइ को हराकर भारत की झोली में यह मेडल डाला है।
ओलंपिक के इतिहास में भारत का यह उम्दा प्रदर्शन है। भारतीय खिलाड़ियों ने कुश्ती में लगातार 5वें ओलंपिक में मेडल दिलाया है। आपको बता दें कि भारतीय पहलवान वर्ष 2008 से ओलिंपिक मेडल जीत रहे हैं। इस मेडल के साथ इस ओलंपिक में भारतीय टीम एक सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी है।
पदक जीतने के बाद अमन ने कहा कि यह मेडल माता-पिता और देश को समर्पित है। यहां गौरतलब है कि अमन ने महज 11 साल की उम्र में अपने मां और पिता को खो दिया था। वे मौसी के पास रहते थे।
आज अमन ने ब्रांज मेडल मैच में शुरू ही से दबाव बनाते हुए प्रतिद्वंद्वी को ज्यादा मौके नहीं दिए। यहां यह भी खास है कि इससे पहले अमन सेमीफाइनल में टॉप सीड जापान के रेई हिगुची से हार गए थे।
जाधव और सुशील का प्रदर्शन
ओलंपिक के इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि कुश्ती पहला ऐसा खेल रहा, जिसमें भारत ने पदक जीता था। वर्ष 1956 के हेलसिंकी ओलंपिक में भारत के केडी जाधव ने कांस्य पदक जीता था। वे देश के स्वतंत्र इतिहास में व्यक्तिगत खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। इसके बाद 2008 के बीजिंग ओलंपिक में सुशील कुमार के प्रदर्शन से पहले तक इस खेल से कोई पदक नहीं मिला था। सुशील ने पुरुषों के फ्री स्टाइल 66 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
इन्होंने बढ़ाया भारत का मान
भारत का पेरिस ओलंपिक में यह छठा पदक है। इससे पहले निशानेबाजी में मनु भाकर ( 10 मीटर एयर पिस्टल ), मनु भाकर और सरबजोत सिंह ( 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम ), स्वप्निल कुसाले ( 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस ) एवं भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीते हैं। वहीं, भाला फेंक में भारत के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने रजत पदक यानी सिल्वर मेडल हासिल किया है।
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