Girl Child was Born with 32 Teeth : बच्चों में आमतौर पर एक साल होने के बाद दांत निकलने शुरू होते हैं। इन दांतों को दूध के दांत कहा जाता है, लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बच्ची पूरे 32 दांतों के साथ पैदा हुई है। बच्ची को देखकर डॉक्टर्स, परिजन समेत पूरा अस्पताल प्रबंधन चौंक गया है। वहीं बच्ची की वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रही है।
बच्ची को देख डॉक्टर्स बोले - यह दुर्लभ
अमेरिका के टेक्सास के डलास की रहने वालीं नीका दीवा (Nika Diva) नामक एक महिला ने 32 दांतों वाली बेटी को जन्म दिया। दुर्लभ स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए महिला ने सोशल मीडिया का सहारा लिया है। उनका कहना है कि उनकी बेटी पूरे दांतों के साथ पैदा हुई थी। उन्होंने अपने दावे के समर्थन में एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें बच्ची के जन्म से लेकर अब तक की तस्वीरें दिखाई गई हैं।
सोशल मीडिया पर करोड़ों व्यूज
महिला के मुताबिक, जब उसने पहली बार अपनी बेटी को गोद में लिया तो उसके मुंह में सारे दांतों को देखकर दंग रह गई। उसे डॉक्टरों ने बताया कि यह एक बेहद दुर्लभ स्थिति है। महिला ने कहा कि यह मजाक नहीं है। इस पोस्ट को कई लोगों ने गंभीरता से लेने पर जोर दिया, तो कुछ को यकीन ही हुआ कि ऐसा भी हो सकता है। महिला के इंस्टा अकाउंट से शेयर हुई वीडियो क्लिप पर अब तक तीन करोड़ से अधिक व्यूज आ चुके हैं।
यहां देखिए बच्ची का वायरल वीडियो
दांत के साथ पैदा होने को कहते हैं नैटल टीथ
बच्चों का दांत के साथ पैदा होना एक दुर्लभ घटना है, जिसे "नैटल टीथ" (natal teeth) कहा जाता है। नैटल टीथ नवजात शिशुओं में जन्म के समय मौजूद होते हैं, जबकि नियोनैटल टीथ (neonatal teeth) जन्म के कुछ ही हफ्तों के भीतर निकल आते हैं। यह स्थिति बहुत कम होती है, लगभग 2000 से 3000 जन्मों में से एक में होती है।
संभावित कारण
जेनेटिक फैक्टर: नैटल टीथ होने के पीछे प्रमुख कारणों में से एक आनुवंशिक (Genetic) होता है। यदि परिवार में पहले किसी को जन्म के समय दांत थे, तो यह संभावना अधिक हो सकती है कि बच्चे में भी यह स्थिति हो।
स्वास्थ्य स्थितियां: कुछ स्वास्थ्य स्थितियों जैसे पियरे रॉबिन सिंड्रोम (Pierre Robin syndrome), सोटोस सिंड्रोम (Sotos syndrome), और एलिस-वैन क्रेवेल्ड सिंड्रोम (Ellis-van Creveld syndrome) के कारण भी यह स्थिति हो सकती है।
पोषण की कमी: गर्भावस्था के दौरान कुछ विटामिन और मिनरल की कमी भी नवजात के दांत के साथ जन्म का कारण बन सकती है।
जटिलताएं और उपचार
दांत का अस्थिर होना: नैटल टीथ अक्सर अस्थिर होते हैं और इन्हें निकालने की आवश्यकता हो सकती है ताकि शिशु के चूसने के दौरान यह गिरकर श्वास नली में न फंस जाए।
दूध पिलाने में कठिनाई: इन दांतों के कारण माँ और शिशु दोनों को दूध पिलाने में कठिनाई हो सकती है।
दांत की देखभाल: अगर दांत स्थिर और सुरक्षित हैं, तो इन्हें डॉक्टर की सलाह के अनुसार नियमित रूप से साफ रखना चाहिए।
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