NEW DELHI. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को हुए आतंकी हमले के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि इस हमले को पांच आतंकियों ने अंजाम दिया था। इसमें तीन आतंकी विदेशी और दो स्थानीय थे। ये बात भी सामने आई है कि हमले का मकसद G-20 की बैठक से पहले खौफ पैदा करना था। पुंछ में हुए आतंकी हमले में अब तक पुलिस 6 लोगों को हिरासत में ले चुकी है। एनआईए ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत जमा किए हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
आतंकियों ने घात लगाकर हमले को अंजाम दिया
इस हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान शहीद हो गए, जबकि एक घायल हुआ है। शहीद हुए जवानों में हवलदार मनदीप सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह, लांस नायक कुलवंत सिंह और सिपाही सेवक सिंह पंजाब के रहने वाले थे, जबकि लांस नायक देबाशीष उड़ीसा के निवासी थे।
बता दें कि आतंकियों ने उस वक्त अंधाधुंध फायरिंग और ग्रेनेड दागे जब सेना का वाहन भिंबर गली और पुंछ के बीच था। भारी बारिश और लो विजिबिलिटी का फायदा उठाकर आतंकियों ने घात लगाकर हमले को अंजाम दिया। इस दौरान किए गए ग्रेनेड हमले से वाहन में आग लग गई।
ये है आतंकी संगठनों की बौखलाहट की वजह
दरअसल, भारत इस साल जी-20 समिट की अध्यक्षता कर रहा है। इसके तहत अलग-अलग जगह बैठकें होनी हैं। इसमें दो बैठकें श्रीनगर और लद्दाख के लेह में होंगी। लेह में 26 से 28 अप्रैल और श्रीनगर में 22 से 24 मई को बैठक होनी है। इस बैठक से पहले हमला करके आतंकी संदेश देना चाहते हैं कि कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हैं। इन दोनों बैठकों को लेकर पाकिस्तान आपत्ति भी जता चुका है। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की आपत्ति को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि जम्मू-कश्मीर और लेह भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा हैं।
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सेना का इनपुट, इलाके में सात आतंकवादी छिपे हैं
इस हमले का बदला लेने के लिए सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इसमें भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान हैं। सेना के पास इनपुट है कि इलाके में सात आतंकवादी छिपे हैं। इसको देखते हुए सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन में ड्रोन और हेलिकॉप्टर्स की मदद ली जा रही है। सूत्रों का कहना है कि सुरक्षाबलों की टीम ने संदिग्ध इलाकों को तबाह कर दिया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना के पास पुंछ सेक्टर में दो सक्रिय आतंकी समूहों के 7 आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में इनपुट है। यह पाकिस्तानी आतंकी समूह है, जो सेना के वाहन पर घात लगाकर हमला करने में शामिल था।
हम इस हमले की निंदा करते हैंः फारूक अब्दुल्ला
इस हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम इस हमले की निंदा करते हैं। साथ ही कहा कि जब तक हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे, पाकिस्तान की ओर से इस तरह के आतंकी हमले होते रहेंगे। अगर भारत सरकार दावा करती है कि कश्मीर में सब ठीक है, तो चुनाव क्यों नहीं कराते, क्यों राज्य का दर्जा बहाल नहीं करते। इस हमले के बाद सार्क देशों को भी एक्टिव रहने की जरूरत है।
आतंकी हमले का सूद समेत बदला लेंगेः रवींद्र रैना
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस हमले को जघन्य करार देते हुए निंदा की। साथ ही शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उप-प्रधान उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस जघन्य हमले की निंदा करता हूं। शहीद हुए जवानों के प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। वहीं, जम्मू कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रवींद्र रैना ने कहा कि आतंकी हमले का सूद समेत बदला लिया जाएगा।