BHOPAl. ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार (2 मई) को एक भीषण ट्रेन हादसा हो गया। जिसमें तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर हो गई। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने शुक्रवार (2 मई) देर रात बताया कि रेल हादसे में 233 लोगों की मौत हुई है और 900 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या में अभी और बढ़ोतरी हो सकती है। फिलहाल मौके पर राहत बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। यह 2016 के बाद सबसे बड़ा हादसा है।
ओडिशा के बालासोर हादसे को छोड़कर साल 2010 से अब तक 10 ऐसे बड़े रेल हादसे हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर रेल हादसे उत्तर प्रदेश में हुए थे। यहां नजर डालते हैं पिछले 13 साल में हुए प्रमुख रेल हादसों पर, जिसने रेल यात्रियों के मन में डर पैदा कर दिया।
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- 1- 19 जुलाई 2010: पश्चिम बंगाल में उत्तर बंग एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस की टक्कर हुई। 62 लोगों की मौत हुई और डेढ़ सौ से ज्यादा घायल हुए।
2- 28 दिसंबर 2013: बेंगलूरु-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन में आग लग गई थी और इसमें 26 लोग मारे गए थे। आग एयर कंडिशन कोच में लगी थी। उसी साल 19 अगस्त को राज्यरानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से बिहार के खगड़िया जिले में 3- 28 लोगों की जान चली गई थी।
3- वर्ष 2011: सात जुलाई 2011 को उत्तर प्रदेश के एटा जिले में छपरा-मथुरा एक्सप्रेस की एक बस से टक्कर हो गई थी। इस घटना में 69 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल भी हुए थे। यह हादसा देर रात 1.55 बजे हुआ था। बताया जाता है कि ट्रेन काफी तेज गति पर थी और क्रॉसिंग पर बस से टकराने के बाद उसे आधा किलोमीटर तक घसीटती चली गई।
4- वर्ष 2012 : 22 मई को हुए रेल हादसे में एक मालगाड़ी और हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के करीब टकरा गई थी। ट्रेन के चार डिब्बों के पटरी से उतरने और उनमें से एक में आग लगने के कारण लगभग 25 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 43 घायल हो गए थे।
5- वर्ष 2014 : 26 मई को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर इलाके में गोरखपुर की ओर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास रुकी मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे उस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा घायल हो गए थे।
6- वर्ष 2016 : 20 नवंबर को इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 के 14 कोच उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से 100 किमी दूर पुखरायां के करीब पटरी से उतर गए थे, इस हादसे में 150 यात्रियों की मौत हो गई थी और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
7- 2017: 22 जनवरी को आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में हीराखंड एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से करीब 39 लोग मारे गए थे।
8- वर्ष 2017 : 23 अगस्त को दिल्ली की ओर आ रही कैफियत एक्सप्रेस के नौ डिब्बे उत्तर प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतर गए, जिसमें करीब 70 लोग घायल हो गए थे।
9- वर्ष 2017: 18 अगस्त को पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई थी, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 60 अन्य घायल हो गए थे।
10- वर्ष 2022: 13 जनवरी को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के करीब 12 डिब्बे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार क्षेत्र में पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई थी और 36 अन्य घायल हो गए थे।