INTERNATIONAL DESK. राजनीति में परिवारवाद तो बहुत देखा सुना जाता है, लेकिन ऐसा परिवारवाद कि देश के सर्वोच्च पद यानी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पद के लिए बेटा और पिता मिलकर दावेदारी करें। जी हां, यह हो रहा है भारत के ही पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान में। दरअसल, पाकिस्तान में परिवारवाद का एक तरह से गोल्डन टाइम चल रहा है। बेटा प्रधानमंत्री तो अब्बा राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। यहां, बात हो रही है मरहूम बेनजीर भुट्टो के परिवार की।
चुनाव की तैयारी में जुटी पीपीपी
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सूचना सचिव फैसल करीम कुंडी का कहना है कि आगामी आम चुनाव में बिलावल भुट्टो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। इसके साथ ही 8 फरवरी को होने वाले इस आम चुनाव में बिलावल के पिता आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति पद के कैंडिडेट होंगे। यह घोषणा तब हुई है, जब पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी (PML-N) ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि पार्टी प्रमुख और तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पीएम पद के लिए उम्मीदवार होंगे। ज्ञात हो कि 68 साल के जरदारी 2008 में हुए चुनावों के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने थे। वह 2013 तक इस पद पर रहे थे, जबकि 35 साल के बिलावल भुट्टो अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक विदेश मंत्री के पद पर रहे थे। कुंडी ने कहा कि पार्टी आम चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है।
पिछले दिनों पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने कहा था कि देश का अगला प्रधानमंत्री लाहौर से नहीं होगा। ऐसा कि माना जा रहा था कि ऐसा कहकर उन्होंने नवाज शरीफ पर निशाना साधा था, जो लाहौर के रहने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान एक बहुदलीय संसदीय लोकतंत्र माना जाता है। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का चुनाव किसी पार्टी द्वारा जीती गई सीटों की संख्या के आधार पर अप्रत्यक्ष होता है। प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति का नामांकन मतदाताओं को यह जानने में मदद करता है कि कौन पीएम और राष्ट्रपति पद की रेस में है।
8 फरवरी 2024 तक होगा मतदान
पाक मीडिया के अनुसार पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने आम चुनाव के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग ने नवंबर के शुरू में 8 फरवरी 2024 को वोटिंग का ऐलान किया था। करीब डेढ़ महीने बाद शुक्रवार को आयोग ने चुनाव कार्यक्रम जारी किया है। पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए 20 दिसंबर से नामांकन शुरू हो जाएंगे। उम्मीदवार तीन दिन तक, 20 दिसंबर से 22 दिसंबर तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं। इसके बाद 24 दिसंबर से 30 दिसंबर तक नामांकनों की जांच की जाएगी। जब रिटर्निंग अधिकारी (RO) एक सार्वजनिक नोटिस जारी करेंगे. जल्द ही ईसीपी रिटर्निंग ऑफिसर्स और डिस्ट्रिक्ट रिटर्निंग ऑफिसर्स की ट्रेनिंग शुरू करेगा।
बता दें कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाह पर नेशनल असेंबली को उसके 5 साल के कार्यकाल के पूरा होने से 3 दिन पहले भंग कर दिया था।