कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ( Prime Minister Justin Trudeau ) ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने ईरान की IRGC को आतंकी संगठन ( terrorist organization ) घोषित किया गया है। कनाडा सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आईआरजीसी ( IRGC ) को आतंकी लिस्ट में शामिल करने से एक सशक्त संदेश गया है कि आईआरजीसी की सभी आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए कनाडा हरसंभव प्रयास करेगा। कनाडा के इस कदम के बाद अब नजरें ईरान पर टिकी हैं। हालांकि ईरान ने इस संबंध में अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।
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इसलिए हुआ ब्लैकलिस्ट
कनाडा में ईरान की IRGC को ब्लैकलिस्ट करने की मांग पिछले काफी समय से हो रही है। विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी प्रधानमंत्री ट्रूडो से आईआरजीसी को ब्लैकलिस्ट करने की मांग कर ही थी। कनाडा का कहना है कि मानवाधिकार उनका प्रमुख मुद्दा है।
क्या है IRGC?
IRGC ईरान का सबसे खतरनाक संगठन है। इसकी स्थापना इस्लामिक क्रांति के बाद की गई थी। यह पारंपरिक सेनाओं की तरह नहीं है। ये ईरान की वैकल्पिक फोर्स है। इसमें 1.90 लाख सैनिक हैं। इसके सैनिक जल, थल और वायु सेना में काम करते हैं यह ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम भी चलाती है। तब यह बहुत छोटी सेना होती थी। इसमें ऐसे लोगों को शामिल किया गया जो देश में इस्लामिक क्रांति चाहते थे।
यूरोपियन यूनियन भी कर सकता है बैन
कनाडा के बाद अब ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन ईरान की इस स्पेशल फोर्स को जल्द ही आतंकी संगठन घोषित करने की तैयारी में हैं। इस सेना को ब्लैकलिस्ट करने से इस पर काफी असर पड़ना तय माना जा रहा है। अब जो भी इसकी मदद करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकेगी। इसके अलावा जिन देश में भी इसकी संपत्तियां घोषित हैं, उन्हें फ्रीज किया जा सकेगा।
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