car with 4 tires : कार में टायरों की संख्या आमतौर पर लागत, स्थिरता और दक्षता जैसे कारकों द्वारा निर्धारित की जाती है। जबकि तकनीकी रूप से पाँच या छह टायरों वाली कार बनाना संभव है लेकिन कई कारणों से चार टायरों वाली कार सबसे ज्यादा बनाई जाती हैं।
4 टायरों का आइडिया( 4 tires idea )
पुराने समय में आने - जाने के लिए रथ का प्रयोग किया जाता है। सबसे पहले कार को रथ बनाने वालों ने बनाया था, उस समय रथ में चार पहिये हुआ करते थे। ऐसे में कार में भी चार पहिये ही रखे गए।
कार में 4 टायर ही क्यों ( Why only 4 tires in the car )
गाड़ी में चार टायर होने से संतुलित और स्थिर डिजाइन मिलता है। कार का वजन चार बिंदुओं पर समान रूप से वितरित होता है, जो टिपिंग को रोकने और हैंडलिंग को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसलिए गाड़ी में चार टायर लगाए जाते हैं।
माइलेज में बेहतर ( better in mileage )
दूसरा कारण है ईंधन की खपत और प्रदर्शन के मामले में चार टायर होना ज्यादा अच्छे है। चार टायरों वाली कार में पाँच या छह टायरों वाली कार की तुलना में रोलिंग प्रतिरोध कम होता है। इसका मतलब है कि कार ज़्यादा आसानी से और कम प्रयास से चल सकती है, जिससे गैस माइलेज बेहतर मिलता है।
ये खबर भी पढ़ें...
डरने के लिए हो जाएं तैयार...मुंज्या देख कांप जाएगी रूह
चार टायर रखना भी अधिक लागत प्रभावी है। पांच या छह टायरों की तुलना में चार टायरों का निर्माण और रख - रखाव करना सस्ता है, जो उन्हें कार निर्माताओं और ड्राइवरों के लिए अधिक किफायती विकल्प बनाता है। कुल मिलाकर तकनीकी रूप से पांच या छह टायरों वाली कार बनाना संभव है, लेकिन आज सड़क पर चलने वाली अधिकांश कारों के लिए चार टायरों वाली कार सबसे व्यावहारिक और कुशल विकल्प है।
दुनिया की पहली कार
Mercedes-Benz दुनिया की पहली कार बनने का ख़िताब मर्सेडीज बेंज के नाम है। ये पहली पेटेंट कार थी जो 1986 में दुनिया के सामने लॉन्च हुई थी।
thesootr links
सबसे पहले और सबसे बेहतर खबरें पाने के लिए thesootr के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें। join करने के लिए इसी लाइन पर क्लिक करें
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें