BHOPAL. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मंगलवार 19 मार्च को महुआ मोइत्रा को लेकर X पर पोस्ट किया। निशिकांत ने लिखा कि आज मेरी शिकायत को सही मानते हुए लोकपाल ने कैश फॉर क्वेरी केस (cash for query case) में महुआ मोइत्रा के खिलाफ CBI को जांच करने का आदेश दिया। चंद पैसों के लिए तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद ने हीरानंदानी के साथ भ्रष्टाचार और देश की सुरक्षा को गिरवी रखा।
सुप्रीम कोर्ट मई में करेगा सुनवाई
TMC नेता महुआ मोइत्रा की कैश फॉर क्वेरी केस में 8 दिसंबर को सांसदी चली गई थी। महुआ ने निष्कासन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। TMC नेता महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने (कैश फॉर क्वेरी) के केस में सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट मई में इस केस की सुनवाई करेगा। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने 11 मार्च को हुई सुनवाई में ये बात कही थी। इससे पहले 3 जनवरी को जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच में सुनवाई हुई थी। तब कोर्ट ने लोकसभा सचिवालय से जवाब मांगा था।
BJP सांसद के आरोप पर बनाई थी एथिक्स कमेटी
लोकसभा महासचिव की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि किसी संस्था के अनुशासन के अंदरूनी मामले में दखल न दिया जाए। BJP सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ ने लोकसभा में पैसे लेकर सवाल पूछे हैं। निशिकांत ने इसकी शिकायत लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से की थी। मामले की जांच के लिए एथिक्स कमेटी बनाई गई थी।
8 दिसंबर को आया था निष्कासन का प्रस्ताव
एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में महुआ को दोषी माना गया था, जिसके बाद महुआ के निष्कासन का प्रस्ताव 8 दिसंबर 2023 को लोकसभा में पेश हुआ था। महुआ के निष्कासन पर लोकसभा में पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी। आखिर में प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिसमें विपक्ष ने वॉकआउट किया था। वोटिंग में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने का प्रस्ताव पास हो गया।