केंद्र सरकार के कर्मचारी 58 साल बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रमों में शामिल हो पाएंगे। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ( Department of Personnel and Training ) ने ऐसा आदेश जारी किया है। ये दावा है कांग्रेस सांसद जयराम रमेश का है। जयराम रमेश ने एक एक्स पोस्ट में इस संबंध में सरकारी आदेश साझा किया है।
1966 से लगा बैन
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए नियम है कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जन्नत-ए-इस्लामी के सदस्य नहीं हो सकते। ना ही इन संगठनों के कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं। आरएसएस लंबे समय से इन बैन का विरोध करती आई है।
1966 में यह नियम बनाया गया था। तब से अभी तक नियम में कोई बदलाव नहीं आया है। अब जयराम रमेश ने इस नियम में संशोधन का दावा किया है।
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सरकारी कर्मचारी बन सकेंगे RSS सदस्य
एक्स पर शेयर किए पोस्ट में जयराम रमेश ने 1966 में सरकारी कर्मचारियों पर आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने से लगे बैन का आदेश शेयर किया है। इसके अलावा उन्होंने एक और आदेश शेयर किया है। यह कथित आदेश भारत सरकार कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ( Department of Personnel and Training ) की तरफ से जारी किया गया है। आदेश 9 जुलाई का है। इस आदेश में सरकारी कर्मचारियों पर संघ की गतिविधियों में शामिल होने के बैन को हटाया गया है।
जयराम रमेश का एक्स पर पोस्ट-
फरवरी 1948 में गांधीजी की हत्या के बाद सरदार पटेल ने RSS पर प्रतिबंध लगा दिया था।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 21, 2024
इसके बाद अच्छे आचरण के आश्वासन पर प्रतिबंध को हटाया गया। इसके बाद भी RSS ने नागपुर में कभी तिरंगा नहीं फहराया।
1966 में, RSS की गतिविधियों में भाग लेने वाले सरकारी कर्मचारियों पर प्रतिबंध लगाया… pic.twitter.com/17vGKJmt3n
अटल सरकार में भी रहा बैन
जयराम रमेश ने अपने एक्स पोस्ट में 1948 में सरदार वल्लभ भाई पटेल द्वारा आरएसएस पर लगाए प्रतिबंध का भी जिक्र किया है। इसके अलावा उन्होंने लिखा कि 8 साल का प्रतिबंध हटा दिया गया जो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान भी लागू था।
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बीजेपी-संघ में कड़वाहट ?
जयराम रमेश ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा है कि बीजेपी और RSS के संबंधों में 4 जून 2024 के बाद से कड़वाहट आई है। दरअसल 4 जून को लोकसभा चुनावों के परिणामों में बीजेपी का 400 पार का दावा सही नहीं हो पाया। ऐसे में कई लोग बीजेपी और आरएसएस के बीच दूरियों और नाराजगी की बात कह रहे हैं।
वीडी शर्मा ने फैसले का किया स्वागत
आज लोकसभा के बाहर वीडी शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस फासले का स्वागत किया। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और खजुराहो सांसद ने कहा- यह भारत के लिए स्वागत योग्य कदम है। कांग्रेस तो हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करती है। उन्होंने RSS को इस दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन बताया था।
सुनिए वीडी शर्मा का बयान-
सरकारी कर्मचारियों के RSS की गतिविधियों में भाग लेने वाले फैसले पर मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा बोले...#GovernmentEmployee #RSS #BJP #MadhyaPradesh #News @RSSorg @vdsharmabjp @BJP4MP pic.twitter.com/Ib5QGTJFuU
— TheSootr (@TheSootr) July 22, 2024