नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के वकील और बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय समेत 5 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इन लोगों में विनोद शर्मा, दीपक सिंह, विनीत क्रांति, प्रीत सिंह के नाम हैं। इन पर 8 अगस्त को जंतर-मंतर पर एक प्रदर्शन में मुस्लिम विरोधी नारे लगाने का आरोप है। पुलिस ने उपाध्याय को सोमवार रात कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में आने का समन भेजा था।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
9 अगस्त को सोशल मीडिया पर इस प्रदर्शन का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया। वीडियो के मुताबिक, दिल्ली के जंतर-मंतर पर मौजूद भीड़ 'राम-राम' और 'हिन्दुस्तान में रहना होगा, जय श्री राम कहना होगा' के नारे लगा रही थी।
रैली की परमिशन नहीं थी
पुलिस के मुताबिक, कोरोना के चलते इस रैली की परमिशन नहीं दी गई थी, फिर भी भीड़ जुटी। इस दौरान कोई पुलिसकर्मी वहां नहीं था। उग्र भाषणों के लिए के लिए चर्चित पंडित नरसिंहानंद सरस्वती और टीवी अभिनेता-बीजेपी नेता गजेंद्र चौहान भी प्रदर्शन का हिस्सा थे।
अश्विनी उपाध्याय का आरोपों से इनकार
एक बयान में अश्विनी उपाध्याय ने कहा, 'रैली सेव इंडिया फाउंडेशन ने की थी। इस संस्था से मेरा कोई संबंध नहीं है। मैं वहां आरवीएस मणि, फिरोज बख्त अहमद और गजेंद्र चौहान की तरह मेहमान के तौर पर गया था। हम वहां 11 बजे पहुंचे और 12 बजे निकल आए। नारे लगाने वालों से मैं मिला ही नहीं।'