शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद परिसर ( masjid parisar ) में अवैध निर्माण ( illegal construction ) को लेकर हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों (protesters ) की पुलिसकर्मियों से झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद की ओर मार्च करते हुए आगे बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसे लोगों ने तोड़ दिया और आगे बढ़ने लगे। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन ( water cannon ) चलाते हुए लाठीचार्ज कर दिया।
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इसलिए हो रहा विरोध प्रदर्शन
दरअसल शिमला के संजौली इलाके ( Sanjauli area ) में स्थित एक मस्जिद में अतिरिक्त मंजिलों के कथित अवैध निर्माण के विरोध में प्रदर्शनकारियों को हिंदू संगठनों को बुलाया गया था। इस मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu ) ने कहा कि संजौली मस्जिद में कथित अवैध निर्माण के मुद्दे की सुनवाई स्थानीय नगरपालिका की अदालत (municipal court ) कर रही है। कानून अपना काम करेगा। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अगर निर्माण अवैध पाया गया तो उसे ढहाया जाएगा।
हिंदू संगठनों का विरोध प्रदर्शन
हिंदू संगठनों ( hindu organizations ) ने पिछले हफ्ते हिमाचल प्रदेश विधानसभा ( Himachal Pradesh Assembly ) के पास स्थित चौरा मैदान में मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू किया। लोग संजौली के बाहर के इलाके मल्याणा में इकट्ठा हुए। उनका दावा था कि मस्जिद की चार मंजिलें अवैध हैं। अवैध मस्जिद को तुरंत ढहाया जाए।
मस्जिद का अवैध निर्माण : अनिरुद्ध सिंह
कांग्रेस नेता अनिरुद्ध सिंह ( Anirudh Singh ) ने कहा बिना मंजूरी के निर्माण शुरू कर दिया। यह एक अवैध ढांचा था। पहले, एक मंजिल बनाई गई, फिर बाकी मंजिलें बनाई गईं। संजौली बाजार में महिलाओं का चलना मुश्किल हो गया है। लव जिहाद एक और गंभीर मुद्दा है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। इधर कांग्रेस नेता अनिरुद्ध सिंह के बयान पर कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया। कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि इलाके में कोई तनाव नहीं है। उन्होंने कहा, मस्जिद मूल रूप से 1960 से पहले बनाई गई थी।
कानून के मुताबिक होगी कार्रवाई : विक्रमादित्य
वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस नेता और हिमाचल प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Minister Vikramaditya Singh ) ने कहा है कि शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद मामले में हर कार्रवाई कानून के मुताबिक की जाएगी। हिमाचल प्रदेश में कानून का राज है और यहां हर कार्य कानून के मुताबिक होता है। यहां सांप्रदायिकता के लिए कोई जगह नहीं है।
यह है संजौली मस्जिद का पूरा विवाद
मस्जिद का विस्तार करने के उद्देश्य से इसके परिसर में साल 2007 के बाद निर्माण काम शुरू हुआ था। साल 2010 में मस्जिद को अवैध बताते हुए इसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। हालांकि, पिछले 14 वर्षों में मस्जिद पर चार नई मंजिलें जोड़ी गईं। पिछले महीने कुछ लोगों के एक समूह ने दावा किया कि उनकी जमीन पर मस्जिद का विस्तार ( expansion of the masjid ) किया जा रहा है और इसे लेकर दो समुदायों के बीच विवाद की स्थित निर्मित हो गई।
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