New Delhi. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना के नए सब वैरिएंट को लेकर आगाह किया है। आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ राजीव बहल और स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कोविड के संदिग्ध मरीजों की सैंपलिंग और जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी भेजी है। खत में कोरोना जांच में तेजी लाने और हालातों पर बारीकी से नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि देश में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमित लोगों के आंकड़े में इजाफा हुआ है। 1590 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, खतरे वाली बात यह है कि इनमें से 6 की मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो बीते 5 सप्ताह में देश में कोविड संक्रमण 9 गुना तेजी से बढ़ा है। संक्रमण के बढ़ते जोखिम को देखते हुए मंत्रालय ने सभी राज्यों को सलाह दी कि वे कोविड से मुकाबले के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार के पालन पर विशेष ध्यान दें।
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देश में ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट को बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है, इसकी संक्रमण दर अन्य वैरिएंट्स की तुलना में अधिक है। इस नए वैरिएंट की इम्यून स्केप यानी की शरीर में बनी प्रतिरक्षा को चकमा देने की क्षमता ने सभी चिंता में डाल रखा है। अलग-अलग राज्यों से भी संक्रमण के मामले में अचानक वृद्धि की खबरें हैं।
मध्यप्रदेश की बात की जाए तो फिलहाल यहां कोविड मामलों का कोई खास असर देखने को नहीं मिला है, लेकिन बीते सालों से सबक लेते हुए प्रदेश को सतर्क रहने की जरूरत है। आम लोगों को भी सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क घूमना, या कोविड से सुरक्षा के लिए उपयुक्त व्यवहार में कमी लाना भारी पड़ सकता है।