गर्मी के साथ - साथ एक बार फिर से देश में कोरोना अपने पैर पसार रहा है। इसी के साथ कोविड-19 का एक नया वेरिएंट पूरे देश के साथ अब भारत में भी एंट्री कर चुका है। इस वेरिएंट को KP.2 और KP.1 को यानी FLiRT' नाम दिया गया है। इससे पहले यह वायरस सिंगापुर में तबाही मचा चुका है। इंसाकोग ( INSACOG ) से जुड़े सूत्रों के अनुसार भारत में कोरोना के सब वेरिएंट KP2 और KP1 के 324 केस मिले हैं। कोरोना के ये दोनों ही वेरिएंट जेएन.1 वेरिएंट के उप वेरिएंट हैं। जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के म्यूटेशन को लेकर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, जिसके चलते यह आंकड़ा सामने निकलकर आया है।
जानें क्या है FLiRT ?
FLiRT में दो प्रमुख वैरिएंट, KP.2 और KP.1 शामिल हैं जो JN.1 ( ओमिक्रॉन की शाखा ) के सब-वैरिएंट हैं। इनमें 2 नए स्पाइक म्यूटेशन हैं। KP.2 ( JN.1.11.1.2 ) वैरिएंट JN.1 का वंशज है, जिसमें S:R346T और S:F456L दोनों मौजूद हैं। जापान के रिसर्चर्स की स्टडी के मुताबिक, KP.2 की संक्रामकता JN.1 की तुलना में काफी ( 10.5 गुना ) कम है। KP2 तेजी से फैल रहा है, अनुमान है कि KP.1 वर्तमान में अमेरिका में लगभग 7.5 प्रतिशत नए कोविड मामलों के लिए जिम्मेदार है।
FLiRT के लक्षण क्या है ?
सर गंगा राम हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. एम वली का कहना है, FLiRT के लक्षण लगभग अन्य वैरिएंट के जैसे ही हैं। इसमें गले में खराश, खांसी, थकान, मसल्स में दर्द, बुखार, ठंड लगना और स्वाद या गंध की कमी शामिल हैं। लक्षण अलग-अलग होने का कारण यह है कि FliRT KP.2 और JN.1 वैरिएंट से मिलकर बने हैं ,जिसमें कई म्यूटेशन होते हैं जो इम्यूनिटी को चकमा दे सकते हैं।
किन लोगों पर ज्यादा खतरा ?
कोरोना वायरस खांसते और छींकते समय बूंदों के जरिए फैल सकता है। इसकी वजह से कमजोर इम्युनिटी वाले जैसे बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं, इस संक्रमण के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो सकते हैं। इसके अलावा, पहले के किसी स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार लोगों को भी इसका खतरा ज्यादा होता है।
नए वेरिएंट से कैसे करें बचाव
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हेल्दी डाइट
कोरोना वायरस के इस वेरिएंट से बचने के लिए विटामिन और मिनरल्स से भरपूर हेल्दी डाइट का सेवन करें ये कई तरह की बीमारियों से बचाने में मददगार है। सही और अच्छे खानपान से इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद भी मिलती है।
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साफ-सफाई का ध्यान रखें
वायरस को शरीर में जाने से रोकने के लिए नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से वायरस के फैलने की संभावना कम होती है।
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मास्क का इस्तेमाल करें
वायरस को अपने शरीर में प्रवेश करने से रोकने के लिए मास्क का इस्तेमाल सबसे प्रभावी तरीका है। खासतौर पर घर के अंदर या जब सामाजिक दूरी संभव नहीं है, तो कोरोना से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल जरूरी करें।
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सोशल डिस्टेंस बनाए रखें
किसी भी वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंस बनाए रखना जरूरी है। खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर, सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने से वायरस के संपर्क में आने की संभावना कम हो जाती है, इसे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
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सोशल गैदरिंग से बचें
कोरोना के नए वेरिएंट FLiRT से बचने के लिए सोशल गैदरिंग से बचना एक अच्छा तरीका साबित हो सकता है। कम लोगों के संपर्क में आने से इस वायरस के प्रसार को रोकने और अपनी और दूसरों की सुरक्षा करने में मदद भी मिलती है।