Patna. विपक्षी एकजुटता को लेकर बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की दूसरी बैठक की तारीख फिर बदल गई है। अब यह बैठक 17 व 18 जुलाई को होगी। विपक्ष के राजनीतिक दिग्गजों की अपने राज्य में व्यस्तता की वजह से तारीख में दूसरी बार बदलाव किया गया है। पहले NCP नेता शरद पवार ने बैठक 12-13 जुलाई को होने की बात कही थी। माना जा रहा है कि NCP में फूट होने के कारण तारीख में बदलाव किया है, हालांकि बैठक की तारीख में बदलाव की आधिकारिक तौर पर घोषणा होना बाकी है।
सीटों के बंटवारे का क्या आधार होगा?
पटना में 23 जून को विपक्षी एकता की पहली बैठक में सर्वसम्मति से यह तय हुआ था कि 12-13 जुलाई को शिमला में विपक्ष की दूसरी बैठक होगी। उसमें यह तय किया जाएगा कि किस तरह से बीजेपी के खिलाफ मिलकर अन्य दल चुनाव लड़ेंगे और सीटों के बंटवारे का क्या आधार होगा। विपक्षी एकजुटता के अभियान को लेकर संयोजक का नाम तय किए जाने पर भी निर्णय होना था। इसके बाद राकांपा (NCP) नेता शरद पवार ने प्रेसवार्ता कर कहा कि बैठक 14-15 को होगी और शिमला की जगह आयोजन बेंगलुरु में होगा। अब यह बैठक 17-18 को होगी। वैसे आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं हुई है।
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तारीख बदले की तीन अहम वजह बताई
बिहार में 14-15 जुलाई अवधि में विधानसभा का मानसून सत्र होना है। लगातार दो-तीन दिनों तक मुख्यमंत्री नितीश के प्रदेश से बाहर रहना संभव नहीं है। ऐसे में वे शामिल नहीं हो पाएंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को भी निजी वजहों से इस अवधि में बाहर निकलने में परेशानी है। ऐसे में वें भी शामिल नहीं सकेंगी।
महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम की वजह से शरद पवार का शामिल होना संशय भरा है।