NEW DELHI. दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों पर मतदान होने में अब 24 घंटे से भी कम का समय बचा है। सामान्य दिनों में दिल्ली मेट्रो सुबह 5.30 बजे से दौड़ने लगती है। यह सिलसिला रात 11.30 बजे तक जारी रहता है। लेकिन 4 दिसंबर को एमसीडी चुनाव के चलते मेट्रो का समय बदल गया है। 4 दिसंबर की सुबह 4 बजे से ही मेट्रो सभी लाइनों पर दौड़ने लगेगी। वोटिंग सुबह 8 बजे से शाम 5:30 बजे तक होनी है, लेकिन पोलिंग बूथों पर ड्यूटी के लिए तैनात सरकारी कर्मचारियों को सुबह 4 बजे ही घरों से निकलकर अपने-अपने ड्यूटी स्थलों तक पहुंचना होगा। इसे देखते हुए DMRC ने मेट्रो की सभी लाइनों पर 4 बजे से ही यात्री सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। दिल्ली सरकार ने 3 दिसंबर को सभी सरकारी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। बता दें कि दिल्ली एमसीडी के लिए 4 दिसंबर को वोटिंग होगी। जबकि मतगणना 7 दिसंबर को होगी।
हरदीप पुरी ने केजरीवाल को घेरा
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने भ्रष्टाचार का एक मानक स्थापित किया है। यह पहले के कांग्रेस शासन की तुलना में कई गुना अधिक है। यह अराजकता और मुफ्तखोरी की राजनीति पर फल-फूल रहा है। केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्री ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) चार दिसंबर को होने वाले एमसीडी चुनावों में हार जाएगी, क्योंकि यह झुग्गीवासियों की आवासीय जरूरतों और मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा करने में विफल रही है।
एमसीडी चुनाव में बीजेपी का इतिहास
नगर निगम के वर्ष 1983 से 2007 के बीच हुए चुनाव में बीजेपी का कांग्रेस के साथ मुकाबला हुआ, जबकि वर्ष 1977 में कांग्रेस और जनता पार्टी के बीच चुनावी भिड़ंत हुई थी। उस समय बीजेपी नहीं बनी थी और जनसंघ का जनता पार्टी में विलय कर दिया गया था। वर्ष 1980 में जनता पार्टी से निकलकर जनसंघ के नेताओं ने बीजेपी का गठन किया था। वहीं, वर्ष 1958 से 1972 तक कांग्रेस व जनसंघ (अब बीजेपी) के बीच चुनावी दंगल हुआ था।