भोपाल. चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने दिया इस्तीफा ( Election Commissioner Arun Goyal resigned )। गोयल पंजाब कैडर के 1985 batch के अफसर हैं। IAS से इस्तीफा देकर 20 नवंबर 2022 में चुनाव आयुक्त बने थे।
सेवानिवृत्ति से 40 दिन पहले अचानक दे दिया था IAS से इस्तीफा
पंजाब के सबसे सीनियर आइएएस अधिकारी अरुण गोयल ने अपनी सेवानिवृत्ति से 40 दिन गत दिवस अचानक इस्तीफा दे दिया था। वह केंद्र में डेपुटेशन पर थे। उनके इस्तीफे को पंजाब व केंद्र सरकार ने एक ही दिन में स्वीकार भी कर लिया था। अरुण गोयल को आज निर्वाचन आयोग का आयुक्त नियुक्त किया गया है। गोयल मूलरूप से पटियाला के रहने वाले हैं।
चुनाव से ऐनवक्त पहले इस्तीफा देने से उठे सवाल, चुनाव लड़ने के कयास
ज्ञात हो कि देश में इस समय लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) की तैयारी चल रही है। चुनाव आयोग का इस समय काम बहुत बढ़ जाता है। ऐसे में गोयल के इस्तीफे से तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि, कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि उन्हें लोकसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से मैदान में उतारा जा सकता है। इसकी वजह यह है कि पिछली बार जब गोयल ने आईएएस से इस्तीफा दिया था तो एक ही दिन में उनकी फाइल पीएमओ से क्लीयर हो गई थी। ऐसे में इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वह बीजेपी की तरफ से चुनाव मैदान में उतरें।
राष्ट्रपति ने मंजूर किया इस्तीफा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोयल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) बनने की कतार में थे, क्योंकि मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार फरवरी 2025 में रिटायर होने वाले हैं। शनिवार को देर शाम हुए इस घटनाक्रम से राजनीतिक और प्रशासनिक जगत में हलचल मची हुई है। चुनाव से ठीक पहले इस तरह की यह अपने आप में शायद पहली घटना है। इसे लेकर तमाम तरह की राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो सकता है।
अकेले रह गए मुख्य चुनाव आयुक्त
अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) बनने की कतार में थे, क्योंकि मौजूदा CEC राजीव कुमार फरवरी 2025 में रिटायर होने वाले हैं। गोयल का कार्यकाल दिसंबर 2027 तक था। 2024 आम चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त अनूप पांडे भी रिटायर हो चुके हैं। वे 15 फरवरी को रिटायर हुए। पांडे के रिटायरमेंट के बाद से तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में एक पद खाली था। अब अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद आयोग में केवल CEC राजीव कुमार ही रह गए हैं।