दुनिया भर में ऑनलाइन दवाएं बेचने वाले करीब 35 हजार अवैध फार्मेसी प्लेटफार्म चल रहे हैं। जिससे इन प्लेटफार्म के इस्तेमाल करने वाले कंज्यूमर्स को खतरनाक और नकली दवाओं मिलने का खतरा बढ़ गया। अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव की बदनाम बाजारों पर रिपोर्ट सालाना में नकली प्रोडक्ट्स को लेकर 19 देशों की पहचान की गई है। इस रिपोर्ट ने खतरनाक और घटिया दवाओं को लेकर टेंशन बढ़ा दी है।
नकली और घटिया दवाओं का बाजार
'बदनाम बाजारों' पर अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव की सालाना रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में सभी 35000 ऑनलाइन फार्मेसियों का संचालन अवैध रूप से हो रहा है। उनका इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को बेकार और खतरनाक दवा-गोली मिलने का खतरा रहता है। इस रिपोर्ट में लगभग 36 ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं के भी नाम दिए गए हैं। जिनमें से कई ऑनलाइन रिटेलर्स चीन या एशिया के दूसरे जगहों पर बेस्ड हैं। चीन और एशिया में बड़े पैमाने पर अवैध व्यापार चल रहा है। ये रिटेलर्स नकली प्रोडक्ट्स बेचने में लिप्त हैं।
बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक रिपोर्ट के मुताबिक नकली दवाओं के कारोबार में तेजी आ रही है, और इसके मुख्य स्रोत ऑनलाइन प्लेटफार्म बन गए हैं। 96% ऑनलाइन फार्मेसी अवैध तरीके से काम कर रही हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकती हैं। ऑनलाइन दवा उपलब्ध कराने वाले कई फार्मेसियों ने कानून तोड़ा है। कई तो बिना लाइसेंस के फार्मेसियां चला रही थीं। और बिना प्रिस्क्रिप्शन और सुरक्षा चेतावनी के दवाओं की बिक्री कर रही थीं।
इन प्लेटफॉर्म पर झूठे दावे
इस चौंकाने वाली रिपोर्ट के मुताबिक उनकी वेबसाइट अक्सर वैध ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की तरह दिखाई देती हैं, साथ ही इन अक्सर झूठे दावे किए जाते हैं। दावा किया जाता है कि उन्हें खाद्य और औषधि प्रशासन से स्वीकृति दी गई है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) और यूएस ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन दोनों ने ऐसे स्रोतों से प्रिस्क्रिप्शन दवाएं खरीदने के जोखिमों को लेकर चेतावनी जारी की है।
हफ्ते में 90 घंटे करो काम..L&T चेयरमैन ने एम्प्लॉइज को दिया सुझाव
हो रहा सेहत से खिलवाड़
अलायंस फॉर सेफ ऑनलाइन फार्मेसीज ग्लोबल फाउंडेशन ने एक सर्वे किया था जिसका हवाला इस रिपोर्ट में दिया गया है। सर्वे में पाया गया था कि ऑनलाइन फार्मेसियों से दवा लेने वाले करीब अमेरिका के 4 व्यक्तियों में से एक व्यक्ति ने घटिया, नकली या हानिकारक दवाएं मिलने की बात स्वीकार की है।
रिपोर्ट में भारत का भी नाम
संघीय अभियोजकों ने पिछले साल एक रिपोर्ट दी थी कि अमेरिका, डोमिनिकन रिपब्लिक और भारत में नकली दवाओं का कारोबार कई बड़े नेटवर्क के द्वारा चलाया जा रहा है, जिसमें जानलेवा सिंथेटिक ओपिओइड (Synthetic Opioids) जैसी खतरनाक दवाएं बेची जा रही हैं। बताया गया कि इन दवाओं को ऑनलाइन की नकली फार्मेसी के माध्यम से बड़ी संख्या में बेचा गया। ऐसी दवाएं उपयोगकर्ताओं के जीवन के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकती हैं। अभियोग में यह भी कहा गया कि नकली गोलियों के सेवन से अगस्त 2023 से जून 2024 के बीच 9 लोगों की मृत्यु हुई हैं।
कुख्यात बाजार की पहचान
रिपोर्ट में नकली दवाओं की बिक्री के लिए कुख्यात बाजारों की पहचान की गई है, जिनमें तुर्किये (Turkey), यूएई (UAE), वियतनाम (Vietnam) और भारत (India) के बाजार शामिल हैं। इन बाजारों में नकली दवाओं की बिक्री बड़े पैमाने पर हो रही है और यह बाजार स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर रहे हैं।
अंडा खाने के हैं शौकीन तो हो जाएं सावधान, एक्सपर्ट ने दी राय
बदल गया कांग्रेस मुख्यालय का पता, अब यहां होगा AICC का नया हेडक्वार्टर