Kurukshetra. सूरजमुखी पर एमएसपी गारंटी कानून लागू और जेल में बंद किसानों को रिहा करने की मांग को लेकर कुरुक्षेत्र में किसानों ने आंदोलन तेज कर दिया है। नेशनल हाईवे 44 पर ट्रैक्टर खड़े कर राकेश टिकैत भी रातभर हजारों किसानों के साथ डटे रहे। जाम होने से सरकार भी अलर्ट हो गई और विज्ञापन जारी कर पूछा कि हरियाणा में सूरजमुखी के सबसे रेट ज्यादा हैं, फिर भी क्या राष्ट्रीय राजमार्ग रोकना जायज है? इस विज्ञापन में सरकार ने कर्नाटक, पंजाब, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात राज्य में सूरजमुखी के भाव का विश्लेषण किया है। अब किसान बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। हाईवे पर टेंट लगाना शुरू कर दिए हैं। सरकार को चेतावनी दी है कि आज यानी 13 जून को यदि हल नहीं निकला तो बड़ा आंदोलन करेंगे।
बात नहीं बनी तो किसान लगाएंगे हाईवे पर पक्का मोर्चा
किसानों और सरकार के बीच आज (13 जून) कोई समाधान निकल आने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन किसानों ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सरकार कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो किसान पक्का मोर्चा लगा लेंगे। हालांकि किसानों ने 10:00 बजे बाद बैठक कर बड़ा फैसला लेने का निर्णय किया था। अब किसान नेता पक्का मोर्चा लगाने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
टिकैत की चेतावनी : मांगें नहीं मानीं तो नेशनल हाईवे नहीं खुलेगा
किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि सूरजमुखी ही नहीं, अन्य फसलों को लेकर भी एमएसपी गारंटी कानून लागू किए जाने सहित अन्य मांगें भी रखी जाएंगी। धरना दे रहे किसानों ने सरकार को दो टूक जवाब देकर कहा है कि सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर किए जाने और जेल से किसान नेताओं की रिहाई होने तक नेशनल हाईवे जाम रहेगा।
सरकार ने विज्ञापन जारी कर दी सहायता राशि की जानकारी
हरियाणा सरकार ने एक विज्ञापन जारी कर बताया है कि सूरजमुखी के कुल क्षेत्र 38,414 एकड़ भावांतर भरपाई योजना के तहत 8528 किसानों को अंतरिम सहायता राशि 1000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से फसल के लिए 29.13 करोड़ की अंतरिम सहायता राशि भी जारी की है।
किसानों के लिए गुरुद्वारों से लंगर की व्यवस्था की
धरना स्थल पर किसानों के लिए हर प्रकार की सुविधा व्यवस्था की जा रही है। जहां विभिन्न गुरुद्वारों से लंगर की व्यवस्था की गई है तो वहीं मौके पर रागनी गायक भी माहौल बनाने में लगे हैं। रातभर रागनी गायक रमेश ने किसानों का मनोरंजन करते रहे। जिनमें सरकार की नीतियों पर भी कटाक्ष किया गया।
किसानों ने हाईवे पर खड़े किए ट्रैक्टर, टेंट लगाए
किसान नेशनल हाईवे पर लगातार डटे हुए हैं, संभावना जताई जा रही है कि बड़ी संख्या में किसान जुटेंगे। सोमवार रात 11:30 बजे ही भारतीय किसान यूनियन प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह मथाना ने ऐलान कर दिया था कि मंगलवार (13 जून) को फिर से बैठक कर आंदोलन को आगे बढ़ाने को लेकर रणनीति बनाई जाएगी और संयुक्त किसान मोर्चा की भी अहम बैठक होगी।
धारा 144 लगाई
कुरुक्षेत्र में दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे 44 पर जाम के कारण राहगीर भारी परेशान हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने नेशनल हाईवे पिपली चौक, सदर थाना पिपली और अनाज मंडी पीपली के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लगा दी है, जिसके चलते यहां भीड़ एकत्रित नहीं की जा सकती। साथ ही कोई लाठी-डंडे लेकर घूम नहीं सकता। देर रात प्रशासन द्वारा जारी किए गए इन आदेशों के बावजूद किसान नेशनल हाईवे पर जमे हुए हैं।