भारत में फास्ट फूड का चलन लगातार बढ़ रहा है, और इन खाद्य पदार्थों की लोकप्रियता भी तेजी से बढ़ रही है। हालांकि, ये स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ सेहत के लिहाज से नुकसानदायक हो सकते हैं, खासकर जब इनमें मौजूद फैट की मात्रा अधिक होती है। सरकार ने हाल ही में इन फास्ट फूड्स में पाए जाने वाले फैट की मात्रा का खुलासा किया है, ताकि लोग समझ सकें कि उनके आहार में कितना फैट समाहित हो रहा है और इससे उनकी सेहत पर क्या असर पड़ सकता है।
FSSAI के मुताबिक, इन फास्ट फूड्स में फैट की मात्रा
- एक समोसा में 17 ग्राम फैट होता है।
- कचौरी में 10 ग्राम फैट पाया जाता है।
- वड़ा पाव में 9.5 ग्राम फैट होता है।
- 4 स्लाइस पिज़्ज़ा में 40 ग्राम फैट पाया जाता है।
- 117 ग्राम फ्रेंच फ्राइज़ में 17 ग्राम फैट होता है।
- 247 ग्राम बर्गर में 31 ग्राम फैट पाया जाता है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि एक व्यक्ति को प्रतिदिन केवल 27 से 30 ग्राम फैट का सेवन करना चाहिए। यानी अगर कोई व्यक्ति समोसा, बर्गर या पिज़्ज़ा जैसे फास्ट फूड्स नियमित रूप से खाता है, तो वह अपनी दैनिक फैट की खपत को आराम से पार कर सकता है, जो भविष्य में स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
एक स्वस्थ आहार कैसे होना चाहिए?
संतुलित आहार में फल, सब्जियां, प्रोटीन, साबुत अनाज और अच्छे फैट्स जैसे एवोकाडो, नट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल होने चाहिए। एक स्वस्थ डाइट में कम से कम 50-55त्न कार्बोहाइड्रेट्स, 25-30त्न फैट्स (जो मुख्यत: अच्छे फैट्स हों) और 15-20त्न प्रोटीन शामिल होने चाहिए। इस संतुलन से आपका शरीर पूरी तरह से पोषित रहेगा और आपको ऊर्जा भी मिलेगी, बिना किसी स्वास्थ्य जोखिम के।
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अधिक फैट वाले अन्य फास्ट फूड्स
इसके अलावा, कई अन्य जंक फूड्स में भी फैट की भारी मात्रा होती है, जिनमें से कुछ हैं :-
- चीज़ बर्गर- 1 चीज़ बर्गर में करीब 25-30 ग्राम फैट होता है।
- चिप्स- 100 ग्राम चिप्स में लगभग 30 ग्राम फैट होता है।
- पॉपकॉर्न (माइक्रोवेवेड)- 100 ग्राम पॉपकॉर्न में 20 ग्राम फैट हो सकता है।
- सॉफ्ट ड्रिंक्स और पैटीज़- ये भी फैट और शुगर से भरपूर होते हैं, जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं।
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फास्ट फूड के सेवन के खतरें
फास्ट फूड का सेवन स्वाद में तो अच्छा लगता है, लेकिन इनमें उच्च फैट और कैलोरी होने के कारण, यह हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। अत्यधिक फैट के सेवन से वजन बढऩा, हृदय रोग, डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि इनका सेवन अत्यधिक हो, तो यह दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकता है, जो स्वस्थ जीवन को चुनौती दे सकता है।
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जागरूकता और सावधानी की आवश्यकता
स्वास्थ्य मंत्रालय की यह रिपोर्ट हमें यह समझाने के लिए जारी की गई है कि हमें अपने आहार में संतुलन बनाए रखना चाहिए। हमें ध्यान रखना चाहिए कि कभी-कभी इन फास्ट फूड्स का सेवन किया जा सकता है, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन न करें।