New Delhi. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A और सत्ता पक्ष के गठबंधन NDA के बीच जंग तेज हो गई है। दोनों गुटों की महाराष्ट्र में एक सितंबर को बैठक होने वाली है। हालांकि विपक्षी गठबंधन की बैठक 31 अगस्त को भी होगी। दो दिनी बैठक में आइएनडीआइए गठबंधन अपने प्रतिद्वंद्वी एनडीए गठबंधन के उन सारे आरोपों का जवाब खोज लेने में जुट गई है, जिनका नाम लेकर तंज कसा जाता है। विपक्ष पर अब तक आरोप लगते रहे हैं कि उसके पास न तो नेता है, न झंडा और न ही कोई कार्यक्रम। अब मुंबई की बैठक में इन सारे प्रश्नों के उत्तर तलाश लेने में विपक्षी गठबंधन कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है।
तृणमूल, सपा जैसे बड़े दलों का कांग्रेस के प्रति रुख हुआ नरम
I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा बनने के बाद तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे दलों ने विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के प्रति अपने तीखे रुख में काफी कुछ नरमी दिखाई है। मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाली बैठक से पहले कई मौकों पर इन दोनों दलों ने कांग्रेस के राजनीतिक रुख का समर्थन करने में बिलकुल भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई है। कई मौकों पर दोनों ही पार्टियां एकजुट नजर आई हैं। ऐसे में अब यह बैठक और अहम हो गई है।
चार अहम मुद्दे होंगे बैठक का हिस्सा
1.तिरंगा की तरह होगा झंडे का आकार-प्रकार और रंग-रूप
झंडे का आकार-प्रकार और रंग-रूप तिरंगा की तरह होगा, जिसके बीच में चक्र के स्थान पर विपक्षी एकता को प्रदर्शित करने वाला लोगो हो सकता है। I.N.D.I.A गठबंधन के नाम की तरह झंडे के स्वरूप को भी कांग्रेस के स्तर से तय किया जा रहा है। खबर है कि कांग्रेस ने तिरंगा की शक्ल वाला झंडा तय करने के पहले संवैधानिक पक्षों को भी टटोल लिया है।
2- एकजुटता के पहलु पर खास तरह से रहेगा जोर
मुंबई की तीसरी बैठक में I.N.D.I.A 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों से लेकर गठबंधन के ढांचागत स्वरूप से जुड़े कई अहम मुद्दे बेशक चर्चा के प्रमुख एजेंडे में शामिल हैं, लेकिन इस बैठक के दौरान एकजुटता के पहलु पर खास जोर दिया जाएगा, ताकि विपक्षी गठबंधन के बीच आपसी विरोधाभास का प्रचार करने की भाजपा की कोशिशों को नाकाम किया जा सके। इसको लेकर सुलह का कोई रास्त निकाला जा सकता है।
3 : आपसी मतभेदों की मुखरता को थामने पर जोर
विपक्षी पार्टियों के शीर्ष नेताओं के बीच आपसी रिश्तों पर टीका-टिप्पणी को लेकर अनौपचारिक आचार संहिता का दायरा तय करने पर चर्चा होगी। विपक्षी की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस गठबंधन के तौर पर I.N.D.I.A के सकारात्मक राजनीतिक नैरेटिव के लिए आपसी मतभेदों की मुखरता को थामने के लिए जोर लगा रही है। बीजेपी को हराने के लिए इस पर सहमति बनना लगभग तय माना जा रहा है।
4 : सीट बंटवारे की चुनौती से निपटना
I.N.D.I.A को सीट बंटवारे की चुनौती से भी निपटना जरूरी है। इसके पहले चुनावी कार्यक्रम के स्वरूप को भी तय करना होगा। इसको लेकर सितंबर के पहले या दूसरे हफ्ते से अलग-अलग राज्यों में जनसभाएं शुरू हो सकती हैं। इसके लिए झंडे की प्रमुख भूमिका होगी। जदयू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी का कहना है कि झंडे का इस्तेमाल विभिन्न दल अपने कार्यक्रमों में करेंगे। गाड़ियों में भी लगाए जा सकते हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस, आप और तृणमूल अपनी सीटों को लेकर पहले से ही तय कर चुके हैं कि वह मामले में समझौता नहीं करेगी।
बढ़ सकता है कुनबा, 26 से बढ़कर 30 हो सकती है संख्या
अभी I.N.D.I.A में 26 दल शामिल हैं। मुंबई की बैठक को लेकर माना जा रहा कि कुनबा बढ़ सकता है। तीन-चार दलों के और जुड़ने से कुल संख्या 26 से बढ़कर 30 हो सकती है। मायावती के स्टैंड का भी इंतजार है। फारूख अब्दुल्ला ने समझाया है, लेकिन अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है। महाराष्ट्र के शेतकरी संगठन के अलावा कुछ और दलों का इंतजार किया जा रहा है। केसी त्यागी ने दावा किया कि नीतीश कुमार के संपर्क में प्रकाश सिंह बादल भी हैं। ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी से भी उम्मीद है। 25 सितंबर को हिसार में फिर रैली प्रस्तावित है, जिसमें भाजपा विरोधी सारे दलों को आमंत्रित किया गया है।