MUMBAI. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के खुलासे के बाद एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति में शुमार गौतम अडाणी को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। 3 दिन में उनके ग्रुप की कंपनियों को 34 अरब डॉलर (करीब 2.7 लाख करोड़) का घाटा हुआ। वहीं, ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स में भी अडाणी टॉप-10 अमीरों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं। बिलियनेयर्स इंडेक्स में अडाणी चौथे स्थान से गिरकर 11वें स्थान पर पहुंच गए हैं। अनुमान है कि जल्द ही गौतम अडाणी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब भी खो सकते हैं।
अडाणी की नेटवर्थ घटकर 84.4 अरब डॉलर पहुंच चुकी है। वे अब रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी से सिर्फ एक पायदान ऊपर हैं। अंबानी की कुल संपत्ति 82.2 बिलियन डॉलर है।
क्या कहती है हिंडनबर्ग रिपोर्ट?
25 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप के संबंध में 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट के नतीजों में 88 सवालों को शामिल किया गया था। रिपोर्ट में दावा किया गया कि यह समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। यह भी बताया कि कि 3 साल में शेयरों की कीमतें बढ़ने से अडाणी ग्रुप के फाउंडर गौतम अडाणी की संपत्ति एक अरब डॉलर बढ़कर 120 अरब डॉलर हो गई। इस दौरान ग्रुप की 7 कंपनियों के शेयर औसत 819% बढ़े।
UAE की एक कंपनी मदद करेगी
अडाणी ग्रुप को अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) ने 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 3,260 करोड़ रुपए) के निवेश करने की बात कही है। इस निवेश से अडाणी ग्रुप को अपना विश्वास बहाल करने में मदद मिलेगी, जो एक अमेरिकी शॉर्ट सेलर की नुकसान पहुंचाने वाली रिपोर्ट के साथ सामने आने के बाद करीब 71 अरब डॉलर का नुकसान झेल चुका है। अडाणी समूह ने कारोबारी जगत में विश्वास बहाली के लिए 28 जनवरी की देर रात हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर 413 पन्नों की प्रतिक्रिया जारी की, लेकिन इससे ज़्यादा फर्क नहीं पड़ा और समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयरों की कीमतें गिरती रहीं और डॉलर बांड 30 जनवरी को नए निचले स्तर पर पहुंच गए थे।