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New Delhi. इंडिया में इंफ्लुएंजा ए वायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस वायरस से देश में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर एकाएक कोविड के मामलों में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में बेहद तेजी से फैलने वाले इन वायरसों को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ देशवासियों को आगाह कर रहे हैं। विशेषज्ञों ने देशवासियों से इन वायरस से बचने विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
एच3एन2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस का सब-टाइप है। एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस संक्रमित व्यक्ति से खांसी या छींक के माध्यम से किसी स्वस्थ्य व्यक्ति तक पहुंचता है। एच3एन2 वायरस के संक्रमण के सामान्य लक्षण फ्लू की तरह हैं। इस वायरस के संपर्क में आने पर बुखार, कंपकंपी के साथ ठंड लगना, गले में खराश, नाक बहना या कुछ मामलों में नाक बंद होना, सिरदर्द और थकान है। कुछ मामलों में उल्टी और दस्त की शिकायत भी होती है। सांस लेने में दिक्कत के साथ-साथ इस वायरस के चलते जान जाने का भी खतरा रहता है।
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एच3एन2 एच1एन1 यानि की स्वाइन फ्लू का ही अपग्रेड वर्जन है। इस वायरस के खिलाफ लोगों में इम्यूनिटी कुछ कम देखी गई है। इसलिए यह लोगों को आसानी से संक्रमित कर रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि इस वायरस से बचने के लिए उचित सावधानी रखना बेहद जरूरी है। मास्क लगाएं, हाथ साफ रखें, संक्रमण से बचने के लिए चेहरे-आंखों को बार-बार छूने से बचें। लोगों ने मास्क लगाना और उसे गंभीरता से लेना बंद कर दिया है हालांकि मास्क फ्लू के प्रसार को रोक सकता है और हानिकारक कणों को भी श्वसन तंत्र में जाने से रोकता है।
दरअसल इन्फ्लुएंजा वायरस एक संक्रमित व्यक्ति से खांसी या छींक के माध्यम से किसी भी स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंच रहा है। संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षा बरतना बेहद जरूरी है। इसके लिए भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए, सार्वजनिक रूप से बाहर हो तो मास्क लगाएं, हाथ को साबुन से बार-बार धोएं, ऐसे लोगों से बचें जिनमें फ्लू जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हों।