आज हरियाली अमावस्या पर शुभ संयोग, जानिए इसका महत्व, पूजा विधि और कौन सा पौधा लगाना आपके लिए होगा फायदेमंद ?

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Rahul Garhwal
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आज हरियाली अमावस्या पर शुभ संयोग, जानिए इसका महत्व, पूजा विधि और कौन सा पौधा लगाना आपके लिए होगा फायदेमंद ?

BHOPAL. आज हरियाली अमावस्या है। हिंदू धर्म में श्रावण अमावस्या का विशेष महत्व है। हरियाली अमावस्या श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की शिवरात्रि के अगले दिन मनाई जाती है। इस दिन विशेष रूप से तुलसी और पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है। श्रावण के महीने को पूजा-पाठ के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। सावन का पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने में विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा की जाती है।





हरियाली अमावस्या का महत्व





हरियाली अमावस्या का पर्व पर्यावरण के महत्व पर प्रकाश डालता है। आज के दिन पौधे लगाना शुभ माना जाता है। कृषि उपकरणों की भी पूजा होती है। ये पर्व कृषि के महत्व को भी दर्शाता है। हरियाली अमावस्या हरियाली तीज के उत्सव से 3 दिन पहले आती है। ये मॉनसून के मौसम से जुड़ा है जो अच्छी फसल और सूखे की रोकथाम के लिए अहम है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रावण का महीना देवी-देवताओं का आशीर्वाद पाने के लिए शुभ होता है। श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या और श्रावणी अमावस्या भी कहते हैं।





हरियाली अमावस्या की तिथि





पंचांग के अनुसार हरियाली अमावस्या की तिथि 16 जुलाई को रात 10.08 बजे से शुरू हो रही है। ये 18 जुलाई को 12:01 बजे समाप्त होगी। 17 जुलाई यानी आज उदया तिथि के आधार पर हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी।





हरियाली अमावस्या पर शुभ संयोग





पंचांग के अनुसार हरियाली अमावस्या का व्रत 17 जुलाई, सोमवार को रखा जाएगा। आज के दिन कुछ शुभ और खास संयोग बन रहे हैं। आज सोमवार है, इसलिए इसे सोमवती अमावस्या भी कहेंगे। सावन के दूसरे सोमवार का व्रत भी आज ही है। ये दिन पिंडदान और तर्पण के लिए शुभ माना जाता है। आज पौधे रोपना उत्तम होता है।





हरियाली अमावस्या पूजा विधि





हरियाली अमावस्या की पूजा के लिए एक साफ चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति स्थापित करें। शिव-पार्वती को धूप-दीप और नैवेद्य अर्पित करें और उनकी आरती करें। आज शिव मंदिर जरूर जाएं और महादेव का आशीर्वाद लें।





हरियाली अमावस्या पर कौन से पौधे लगाना चाहिए ?





कैथ





कैथ का पौधा लगाएं। पौष्टिकता के साथ-साथ कैथ औषधीय दृष्टि से भी बहुत फायदेमंद होता है।





नीम





नीम का पौधा लगाना बहुत ही शुभ है। इससे मंगल के सभी दोष दूर हो जाते हैं। जीवन में मंगल ही मंगल होता रहता है।





बेल पत्र





बेल यानी बिल्व पत्र का पौधा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि यदि आपने बिल्व पत्र के पेड़ को घर के आसपास लगा लिया तो आपको कई तरह के फायदे होंगे। बिल्व पत्र के वृक्ष को श्रीवृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। इसके घर के पास होने से धन-समृद्धि के योग बनते हैं।





पीपल





पीपल का पौधा लगाएं। इससे बृहस्पति का दोष दूर होता है, सभी तरह के संकट मिट जाते हैं और जातक लंबी आयु प्राप्त करता है।





इमली





इमली का पौधा लगाना भी बहुत शुभ माना गया है। इमली के कई औषधीय गुण होते हैं। जैसे इसका उपयोग घाव भरने, सूजन, बुखार, नेत्र से जुड़ी बीमारी, मलेरिया, कब्ज, पेट से जुड़ी बीमारियों, पेचिश और कृमि, मधुमेह, गठिया आदि में होता है। हरियाली अमावस्या पर आप केला, आंवला, कदंब, नींबू, तुलसी, बरगद और आम का पौधा भी लगा सकते हैं।





कौन सा पौधा लगाने से क्या होगा ?







  • पीपल, नीम, बेल, नागकेशर, गुड़हल और अश्वगंधा (संतान प्राप्ति)



  • ब्राह्मी, पलाश, अर्जुन, आंवला, सूरजमुखी और तुलसी (आरोग्य)


  • अशोक, अर्जुन, नारियल और वट वृक्ष (ऐश्वर्य और सौभाग्य)


  • आंकड़ा, शंखपुष्पी, पलाश और ब्राह्मी (बुद्धि)


  • नीम, कदंब और घने छायादार वृक्ष (सुख प्राप्ति)


  • हरसिंगार/पारिजात, रातरानी, मोगरा और गुलाब (आनंद)


  • तुलसी, आंवला, केला, बेल पत्र (धन प्राप्ति)






  • हरियाली अमावस्या पर पौधे क्यों लगाने चाहिए ?





    हरियाली अमावस्या के दिन पौधा रोपण का बहुत महत्व है। पौधे लगाने से ग्रह-नक्षत्र और पितृदोष शांत हो जाते हैं। पेड़-पौधे हमारी आस्था के साथ ही हमारे जीवन शक्ति से भी जुड़े हुए हैं। पौधे हमारे पर्यावरण के लिए बेहद जरूरी हैं। मान्यताओं के अनुसार अलग-अलग पेड़-पौधों में विभिन्न देवताओं का वास होता है। हरियाली अमावस्या पर पौधे लगाकर और उनकी नियमित रूप से देखभाल करके आप हर दिशा से अपार धन और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।



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