Premanand Maharaj
यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ का असर अब सांधु-संतों के कार्यक्रमों पर दिखने लगा है। हाथरस सत्संग हादसे के बाद वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज ने बड़ा फैसला लिया है। प्रेमानंद महाराज की अपनी रात्रि पदयात्रा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है। इससे पहले बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी अपने जन्मदिन पर भक्तों से धाम न पहुंचने की अपील की थी।
रात की पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
श्री राधारानी के साधक और अपने प्रवचन से श्रद्धालुओं में अपनी- अलग पहचान बनाने वाले संत प्रेमानंद महाराज अब रात में सड़क के रास्ते पदयात्रा करते हुए अपने श्रीराधा केलिकुंज आश्रम तक नहीं पहुंचेंगे। प्रेमानंद जी महाराज ने रात की पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। यह फैसला हाथरस सत्संग हादसे को देखते हुए लिया गया है।
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पदयात्रा के दौरान खड़े रहते हैं हजारों श्रद्धालु
बता दें संत प्रेमानंद रात ढाई बजे छटीकरा मार्ग स्थित श्रीकृष्ण शरणम आवासीय अपार्टमेंट से पैदल यात्रा करते हुए रमणरेती स्तिथ श्रीराधा केलिकुंज आश्रम पहुंचते थे। दर्शन के लिए रात 12 बजे से ही हजारों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एकत्रित हो जाती है। उनके दर्शन के लिए रात में आश्रम के रास्ते में सड़क किनारे हजारों श्रद्धालु खड़े रहते हैं।
हाथरस हादसे के बाद संत प्रेमानंद का बड़ा फैसला
हाथरस हादसे के बाद संत प्रेमानंद के इस फैसले की जानकारी आश्रम संचालकों ने दी है। संत प्रेमानंद के आश्रम श्रीराधा केलिकुंज की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सूचना दी गई। हाथरस सत्संग में हुए हादसे में मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के साथ ही रात्रिकालीन यात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। अब संत प्रेमानंद कार से राधा केलिकुंज जाएंगे। इस दौरान रास्ते में श्रद्धालुओं से दर्शन के लिए नहीं पहुंचने की भी अपील आश्रम की ओर से की है।
घटना हृदय विदारक और अत्यंत दुखद
जारी लेटर में लिखा कि हाथरस में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना हृदय विदारक और अत्यंत दुखद है। हादसे में हम सबकी सवेदनाएं परिजनों के साथ हैं। भविष्य में ऐसी कोई भी घटना न घटे, ऐसी ठाकुर जी के चरणों में प्रार्थना है। प्रेमानंद महाराज ने कहा- कृपया कोई भी श्रद्धालु रात में रास्ते में दर्शन के लिए खड़े न हों। न ही रास्ते में किसी प्रकार की भीड़ लगाएं।
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