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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में साल 2017 में एक अनोखी प्रेम कहानी शुरू हुई। IAS अधिकारी संजय खत्री वहां जिलाधिकारी (DM) के रूप में तैनात थे। इसी दौरान विजयलक्ष्मी अपनी समस्या लेकर जनसुनवाई (Public Hearing) में पहुंचीं थी। उनकी शिकायत सुनने के दौरान संजय खत्री ने उन्हें पहचान लिया। इसके बाद मुलाकातें हुई और ये लव स्टोरी शादी तक पहुंच गई।
UPSC की परीक्षा के दौरान मिले थे दोनोंं
दरअसल, विजयलक्ष्मी और संजय की पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी, जब दोनों UPSC परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। समय बीतने के साथ दोनों अलग हो गए थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें सात साल बाद फिर से मिला दिया।
दोबारा मुलाकातें हुईं और कर ली शादी
जब संजय खत्री ने विजयलक्ष्मी को पहचाना, तो उनके बीच बातचीत शुरू हुई। जल्द ही मुलाकातें बढ़ीं, और पुरानी दोस्ती फिर से गहरी हो गई। इसके बाद दोनों को एहसास हुआ कि उनके बीच एक खास रिश्ता है, और उन्होंने शादी करने का फैसला किया। इसके बाद 19 नवंबर 2017 को संजय और विजयलक्ष्मी ने एक सादगी भरे समारोह में शादी कर ली। उनकी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं थी। लोगों ने उनकी जोड़ी को खूब सराहा।
कौन हैं IAS संजय खत्री
संजय खत्री का जन्म राजस्थान के बाड़मेर जिले में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा गांव में पूरी की। इसके बाद, उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की और यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली गए। आईएएस बनने के बाद, उन्हें गाजीपुर में डीएम के रूप में तैनाती मिली।
वहीं विजयलक्ष्मी का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा लुडर्स कॉन्वेंट इंटर कॉलेज, गाजीपुर में पूरी की। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली जाने से पहले तीन बार असफलता का सामना किया। उनके पिता की मृत्यु के बाद, वह गाजीपुर लौट आईं और यहीं पर उन्होंने संजय से पहली मुलाकात की।
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IAS संजय की सादगी लोगों को पसंद
यह प्रेम कहानी इसलिए भी खास है क्योंकि संजय खत्री की सादगी ने लोगों को प्रभावित किया। उनकी कहानी ने यह भी दिखाया कि किस्मत का खेल कैसे लोगों की जिंदगी को बदल सकता है। सोशल मीडिया पर भी इस कहानी ने बहुत सारे लोगों को प्रेरित किया है।