भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर सिस्टम के कारण आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दक्षिणी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना जताई है। अगले 24 घंटों में इन क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
दिल्ली-एनसीआर में छिटपुट बारिश के साथ उमस भरी स्थिति बनी रहेगी, जबकि बिहार और उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव देखा जाएगा, लेकिन बारिश की संभावना नहीं है। गुजरात में तूफान अ-सना के आगे बढ़ने से फिलहाल भारी बारिश की संभावना नहीं है, और यह ओमान की ओर बढ़ गया है।
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि बिहार में आसमान में बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की संभावना कम है। इस बीच, उमस और तापमान बढ़ने से लोगों को परेशानी हो सकती है। आने वाले दिनों में भी ऐसी ही स्थिति बनी रहने की संभावना है।
भोपाल में सितंबर में भारी बारिश के आसार
भोपाल में इस बार सितंबर में अलग ही मौसम का अनुभव हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार ( 1 सितंबर ) को अपने पूर्वानुमान में बताया कि इस महीने में सामान्य से अधिक, लगभग 109% बारिश होने की संभावना है। सामान्यतः सितंबर में औसत वर्षा (Average Rainfall) 7.02 इंच होती है, लेकिन अगर मानसूनी सिस्टम (Monsoon System) सक्रिय रहते हैं तो यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
पिछले वर्षों के बारिश आंकड़े
पिछले दस वर्षों में चार बार सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। विशेष रूप से 2019 में, जब मानसून सीजन (Monsoon Season) की आधी से ज्यादा बारिश सिर्फ सितंबर महीने में ही हुई, जो 22.55 इंच थी। इसी साल, 2 सितंबर 1947 का ऐतिहासिक बारिश डेटा (Historical Rainfall Data) भी याद किया जाता है, जब 24 घंटों में साढ़े 9 इंच बारिश हुई थी, जो आज तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
पिछले साल की बारिश की भरपाई
पिछले साल जुलाई और अगस्त में मानसून अपेक्षित सक्रियता नहीं दिखा सका था, जिससे इन महीनों में कम बारिश हुई। हालांकि, सितंबर में 13.04 इंच बारिश दर्ज की गई, जिससे पूरे सीजन की बारिश का औसत सामान्य स्तर पर पहुंच सका।
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