Bangalore. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद आहूत विधानसभा सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों ने पद की शपथ ली। इस दौरान तमाम विधायकों ने अपनी इच्छानुसार अपने इष्ट देव या नेता के नाम पर शपथ ली। विधायकों ने भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, गौमाता, राजा उडुपी और हिंदुत्व के नाम पर शपथ ली। यही नहीं कुछ विधायकों ने तो कांग्रेस नेता और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के नाम से शपथ ली, वहीं जेडीएस के एक विधायक ने देवगौड़ा का नाम लेकर शपथ लेने की शुरूआत की।
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224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में विधायकों ने शपथ ग्रहण की। इस दौरान 9 विधायक ऐसे भी थे जिन्होंने शुभ मुहूर्त को देखते हुए स्पीकर के चुनाव से ठीक पहले शपथ ग्रहण की। विधायकों की यह हरकतें देख प्रोटेम स्पीकर बने आर वी देशपांडे भी हैरत में पड़ गए। राज्यमंडल के अधिकारियों ने बताया कि 182 सदस्यों ने 22 मई को और 34 अन्य सदस्यों ने 23 मई को शपथ ली। जिन 9 विधायकों ने मंगलवार को अशुभ दिन मानते हुए बाद में शपथ ली उनमें अधिकांश जनता दल सेक्युलर के विधायक थे।
प्रोटेम स्पीकर ने भगवान या संविधान के नाम शपथ लेने पर जोर दिया
इधर प्रोटेम स्पीकर आरवी देशपांडे ने भगवान या संविधान के नाम पर शपथ लेने सदस्यों को जोर दिया। लेकिन इसके बावजूद विधायकों ने भगवान राम, गौमाता, उडुपी श्रीकृष्ण, छत्रपति शिवाजी, देवगौड़ा, डीके शिवकुमार जैसे नाम लेकर अपनी शपथ की शुरूआत की। उधर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी इस लिस्ट में शामिल रहे, उन्होंने अपने धार्मिक गुरू गंगाधर अज्जा के नाम से शपथ ली। हालांकि सीएम सिद्धारमैया ने सत्र के पहले दिन ही भगवान के नाम पर विधायक पद की शपथ ली थी।
उधर बीजेपी के नेता बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र ने हुचुरैया स्वामी के नाम से विधायक की शपथ ली। उडुपी विधायक यशपाल सुवर्णा ने उडुपी श्रीकृष्ण, विभूदेश स्वामीजी और गौमाता के नाम शपथ ली। वहीं चन्नागिरी से कांग्रेस विधायक शिवगंगा बसवराज और कुनिगल विधायक एचडी रंगनाथ ने अपने गुरू डीके शिवकुमार के नाम शपथ ली।