/sootr/media/post_banners/22162fa086ea259048c3fc919d5badee811c8a6537e8666fc1da97ff82274dbb.jpeg)
Ludhiana. इंसान की लालच पर एक दोहा कहा गया है माखी गुड़ में धंसी रहे, मन ही मन पछताए, हाथ मले और सिर धुनें, लालच बुरी बलाय। इंसान की लालच उसे कभी न कभी बड़ी मुश्किल में फंसा ही देती है। ऐसा ही कुछ हुआ पंजाब के लुधियान में 8 करोड़ की लूट की वारदात की मास्टरमाइंड मनदीप कौर मोना उर्फ डाकू हसीना के साथ। दरअसल सफल लूट की मन्नत पूरी होने के बाद मोना हेमकुंड साहिब दर्शन के लिए गई थी। यह बात पंजाब पुलिस को पता चल गई। पुलिस ने हेमकुंड साहिब के रास्ते में फ्रूटी का लंगर लगा दिया। मुफ्त की फ्रूटी पीने की लालच में मोना ने जैसे ही अपना नकाब हटाया, पुलिस ने उसकी तस्वीरें खींच लीं और पूरी तरह शिनाख्त हो जाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गटर में छिपा रखी थी रकम
पुलिस मोना को गिरफ्तार कर लुधियाना लेकर आई। मोना ने अपने पति और भाई समेत 10 लोगों के साथ 8 करोड़ की लूट की थी। पुलिस ने मोना और उसके साथियों की निशानदेही पर अलग-अलग जगहों से लूट की रकम बरामद की है। वारदात में शामिल कंपनी के कर्मचारी ने तो गटर में 50 लाख रुपए छिपाए थे। वहीं कार, नाले की जाली, स्कूटी की डिक्की, घर के बिस्तर समेत कई जगहों से लूट के 8.59 करोड़ में से 6.96 करोड़ रुपए पुलिस बरामद कर चुकी है।
- यह भी पढ़ें
यूं खुली वारदात की कलई
इस वारदात के बाद पुलिस के हाथ 60 घंटे तक खाली थे, पुलिस को केवल दो सुराग मिले थे, पहला यह कि लूट में कंपनी का कोई कर्मचारी या ड्राइवर शामिल था, और दूसरा सुराग यह कि लुटेरों ने जिस जगह वारदात में प्रयुक्त वैन छोड़ी थी, उससे उनके ज्यादा दूर जाने के इनपुट नहीं मिले थे। ऐसे में पुलिस आसपास के इलाकों में तफ्तीश कर रही थी। जिस जगह पुलिस को वैन मिली थी उसके आसपास झाड़ियों में 3 युवक मिले। पूछताछ में पहले तो उन्होंने भांग रगड़ने के लिए झाड़ियों में बैठने की बात कही, लेकिन जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो पता चला कि तीनों वारदात में शामिल गैंग के सदस्य थे।
यह था मामला
10 जून की रात एटीएम कैश मैनेजमेंट कंपनी के ऑफिस में एक महिला समेत 10 लुटेरे घुसे और कंपनी के गार्ड और कर्मचारियों को बंधक बनाया और कंपनी की वैन में ही कैश लेकर भाग निकले थे। उन्होंने वैन को मुल्लापुर में छोड़ दिया था और कैश दूसरी गाड़ी में डालकर फरार हो गए थे।
पुलिस को मिली थी टिप
गैंग की जानकारी मिलने के बाद पुलिस को यह टिप मिली की वारदात की मास्टरमाइंड मोना हेमकुंड साहिब दर्शन के लिए गई है, इसके बाद वह नेपाल जाएगी। पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी कि मोना ने स्काई ब्लू और पिंक रंग के मोटे तले वाले बूट पहने हुए हैं। हजारों लोगों की भीड़ में मोना को ढूंढना काफी कठिन था, इसलिए पुलिस ने फ्रूटी का लंगर लगवाने का प्लान बनाया। जैसे ही मोना और उसके पति ने पुलिस वालों से फ्रूटी ली और उसे पीने मोना ने अपना नकाब हटाया, पुलिस ने उसकी फोटो खींच ली और पूरी तरह से कंफर्म होने के बाद मोना को अरेस्ट किया गया।