/sootr/media/media_files/2024/12/10/izX8M24eNHLhatG1cnns.jpg)
भारत में अरबपतियों की संख्या बढ़कर 185 हो गई है। एक साल में 42% की संपत्ति वृद्धि के साथ यह अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
भारत में अरबपतियों की संख्या अब बढ़कर 185 हो गई है। इसी के सात भारत अब अरबपतियों वाले देशों में तीसरे नंबर पर आ गया है। वहीं अमेरिका पहले और चीन दूसरे स्थान पर है। सालभर के भीतर, इन अरबपतियों की संपत्ति में 42% का उछाल आया है। यह जानकारी अमेरिका स्थित रेटिंग एजेंसी यूबीएस (UBS) की "बिलेनियर एंबीशन्स रिपोर्ट (Billionaire Ambitions Report)" में सामने आई है।
अरबपतियों की संख्या दोगुनी हुई
2015 के बाद से भारत में अरबपतियों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, केवल पिछले एक साल में 32 नए अरबपति जुड़े हैं। यह बढ़ोतरी देश के मजबूत आर्थिक विकास, शहरीकरण, डिजिटल क्रांति और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में विस्तार के कारण संभव हुई है।
चीन से मुकाबला
रिपोर्ट के मुताबिक, अगले दशक में भारत के अरबपतियों की संख्या चीन के बराबर हो सकती है। हालांकि, इस बीच चीन में अरबपतियों की संख्या घट रही है।
टेक सेक्टर का योगदान
टेक सेक्टर में भी भारत के अरबपतियों की संपत्ति बढ़ी है। 2015 में यह संपत्ति 788.9 बिलियन डॉलर थी, जो 2024 में तीन गुना बढ़कर 2.4 ट्रिलियन डॉलर हो गई। जनरेटिव एआई, फिनटेक, साइबर सुरक्षा, और रोबोटिक्स में ग्रोथ इसके मुख्य कारण हैं।
अन्य क्षेत्र
माना जा रहा है कि ग्रीन टेक्नोलॉजी और रीशोरिंग इनिशिएटिव में निवेश के कारण अरबपतियों की संपत्ति 480.4 बिलियन डॉलर से बढ़कर 1.3 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। इसके विपरीत, रियल एस्टेट सेक्टर के अरबपति चीन और अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि और संपत्ति सुधार के कारण पिछड़ गए।
FAQ
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक