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Photograph: (The Sootr)
Weather Report: उत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बेकाबू हैं। हिमाचल प्रदेश को आपदाग्रस्त राज्य घोषित किया गया है, जहां लैंडस्लाइड में 4 लोगों की मौत हो गई है।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 5 सितंबर तक स्थगित कर दी गई है। पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। आगे जानते हैं देशभर में कैसा रहा है अब तक मौसम का हाल...
हिमाचल प्रदेश आपदाग्रस्त प्रदेश घोषित: 3000 करोड़ का नुकसान, 320 की मौत
उत्तर भारत में मानसून की सक्रियता ने कई राज्यों में तबाही मचा दी है। सबसे ज्यादा प्रभावित हिमाचल प्रदेश है, जहां लगातार बारिश और लैंडस्लाइड के कारण हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में हिमाचल प्रदेश को आपदाग्रस्त प्रदेश घोषित कर दिया है।
यह फैसला राज्य में हुए भारी नुकसान को देखते हुए लिया गया है। रविवार से हो रही तेज बारिश के कारण शिमला के कोटखाई, जुब्बल और जुन्गा में देर रात हुए भूस्खलन में चार लोगों की मौत हो गई है। कुल्लू समेत 10 जिलों में सोमवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखे गए हैं।
वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक हिमाचल में कुल 320 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 166 लोग भूस्खलन, बाढ़, बादल फटने और अन्य घटनाओं के कारण मारे गए हैं, जबकि 154 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है।
राज्य में अब तक लगभग 3 हजार करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन समेत 5 राष्ट्रीय राजमार्ग और करीब 800 सड़कें बंद हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।
सिरमौर जिले में गिरी नदी उफान पर है, जिसके कारण ददाहू के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। हिमाचल सरकार ने राज्य की स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन बैठकें की हैं और केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी लगातार बारिश का दौर जारी है। सोमवार को दमोह में एक मकान गिरने से मलबे में दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी घायल हो गई। रतलाम के धोलावाड़ डैम के तीन गेट खोलने पड़े हैं, जिससे पलसोड़ा गांव पूरी तरह से पानी में डूब गया है। लोगों को अपनी जान बचाने के लिए छतों पर शरण लेनी पड़ी है। राजधानी भोपाल में सुबह से ही तेज बारिश का दौर जारी है। दूसरी तरफ, मंदसौर में शिवना नदी भी उफान पर है।
छत्तीसगढ़ में जलभराव से बढ़ी परेशानी
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कई जिलों में भी बारिश का असर दिख रहा है। सोमवार सुबह बालोद में दो घंटे की बारिश से बस स्टैंड समेत कई जगहों पर जलभराव हो गया, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई।
डोंगरगढ़ में एक उफनते नाले को पार करते समय एक युवक बह गया, जिससे उसकी मौत हो गई। कई घंटों की तलाश के बाद उसका शव मिला। वहीं, रायपुर में भी हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, जिससे उमस से राहत मिली है।
मौसम विभाग ने बस्तर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, और सुकमा में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। आने वाले तीन दिनों में पूरे प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा स्थगित
उत्तराखंड में भी भारी बारिश और लैंडस्लाइड का कहर जारी है। सोमवार को केदारनाथ नेशनल हाईवे पर हुए भूस्खलन में दो यात्रियों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए। राज्य में जारी रेड और ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने चार धाम और हेमकुंड साहिब यात्रा को 5 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया है। यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
जम्मू-कश्मीर में लैंड स्लाइड से 12 घर टूटे
वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचाई है। राजौरी जिले के बुधल के गुंडी इलाके में भूस्खलन के कारण लगभग 12 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। रियासी जिले में अचानक आई बाढ़ में मां-बेटा बह गए, जबकि डोडा जिले के अस्सार में चिनाब नदी में अचानक बाढ़ आने से आठ लोग बह गए थे, हालांकि, उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया।
पंजाबः बाढ़ की चपेट में 1312 से ज्यादा गांव
पंजाब और हरियाणा में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। पंजाब के फाजिल्का, फिरोजपुर, कपूरथला, पठानकोट, तरनतारन, होशियारपुर, मोगा, गुरदासपुर और बरनाला जैसे नौ जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। अब तक 1312 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं।
मानसा में एक कच्चे मकान की छत गिरने से चाचा-भतीजे की मौत हो गई। जालंधर और लुधियाना के कई इलाकों में 4 फीट तक पानी भर गया है।
सतलुज नदी पर बने भाखड़ा डैम के गेट 4 फीट तक खोल दिए गए हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अमृतसर में धुस्सी बांध टूटने से 15 किलोमीटर का इलाका पानी में डूब गया है।
हरियाणा: छह जिलों में बाढ़ जैसे हालात
यमुनानगर, सिरसा, पंचकूला समेत छह जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सिरसा में दो मकानों की दीवारें गिर गईं। एक नहर टूटने से 50 एकड़ में खड़ी फसलें पानी में डूब गईं। दिल्ली सरकार ने भी बाढ़ का अलर्ट जारी किया है, क्योंकि हथिनीकुंड बैराज से 29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
राजस्थान: बीकानेर में तेज बारिश के बाद दो लोग बहते-बहते बचे। समय रहते उन्होंने लोहे की रेलिंग पकड़कर अपनी जान बचाई।
उत्तर प्रदेश: बागपत के शबगा गांव में यमुना नदी के तेज बहाव में एक सरकारी नलकूप बह गया, जिससे करीब 300 बीघा जमीन की सिंचाई प्रभावित हुई है।
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