NEW DELHI/BHOPAL. देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ का कहर है। हिमाचल प्रदेश से उत्तराखंड तक मौसम विभाग ने 25 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है और हालात बिगड़ रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों में भारी से ज्यादा भारी बारिश, लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड का अलर्ट जारी किया है। वहीं, उत्तराखंड में भी बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राजस्थान में भी मूसलाधार बरसात हो रही है। केरल और माहे में भी आज भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
इन 25 राज्यों में भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक, झारखंड, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, कोंकण-गोवा, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तटीय कर्नाटक और केरल में आज और कल दो दिन भारी बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश में मॉनसून की धमाकेदार एंट्री, बारिश का दौर जारी
भोपाल में 27 जून यानी मंगलवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है। ग्वालियर में इस मॉनसून सीजन की पहली बारिश हुई। जबलपुर, नर्मदापुरम और आसपास के जिलों में भी रुक-रुककर पानी गिर रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने बैतूल, हरदा, बुरहानपुर और खंडवा में अति भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, रतलाम, उज्जैन, देवास, गुना, अशोकनगर, रीवा, सतना, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, बालाघाट, पन्ना, दमोह और सागर में भारी बारिश के आसार जताए हैं। प्रदेश में 24 जून को मॉनसून ने मंडला से एंट्री ली। दूसरे दिन मॉनसून पूरे मध्य प्रदेश में छा गया। पिछले 24 घंटे में उमरिया में 5.19 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई है। पचमढ़ी में 4.58, दतिया में 4.22, सिवनी में 3.1, मंडला में 2.74, सागर में 2.88, जबलपुर में 2.07 बारिश हुई। 25 जून को भोपाल में 2 घंटे में 3 इंच पानी बरस गया।
वहीं 26 जून की रात हुई बारिश से जबलपुर-भोपाल नेशनल हाईवे का डायवर्जन पुल पानी में बह गया, जिससे जबलपुर से भोपाल का संपर्क टूट गया। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब 5 घंटे बाद नए पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू की गई।
राजस्थान में आफत की बारिश
राजस्थान में भी आसमान से आफत की बरसात हो रही है। बूंदी में नदी नाले उफान पर हैं। भारी बारिश ने एक ही दिन में बूंदी शहर को पानी पानी कर दिया है। रामेश्वर महादेव धीमी रफ्तार से बहने वाले झरने ने भी विकराल रूप धारण कर लिया है। हाईवे से लेकर गलियों तक में भारी जल भराव की वजह से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में राजस्थान में काफी ज्यादा बारिश के आसार हैं। 20 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।
हिमाचल-उत्तराखंड में खराब हालात
हिमाचल प्रदेश आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में अब तक भूस्खलन और डूबने सहित बारिश से संबंधित घटनाओं में 9 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बारिश की वजह से पिछले 20 घंटे में लैंडस्लाइड की दूसरी घटना हुई। इस वजह से चंडीगढ़-मनाली NH-21 करीब 24 घंटे बंद रहा।
इससे रूट पर 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया और सैकड़ों गाड़ियां फंसी रहीं। कई घंटे की मशक्कत के बाद हाईवे का सिंगल लेन शुरू किया गया। वहीं, उत्तराखंड में भारी बारिश से बद्रीनाथ हाईवे बह गया है। CM पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि खराब मौसम की वजह से केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है।
उत्तराखंड प्रशासन ने कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा पर 30 जून तक रोक लगा दी है। पर्यटकों और ट्रैकर्स को भी धारचूला और मुनस्यारी के ऊंचाई वाले इलाकों में जाने से रोक दिया गया है। जिला प्रशासन के मुताबिक बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से पिथौरागढ़ के कई हिस्सों में भारी तबाही हुई है। लिहाजा बॉर्डर इलाकों में इनर लाइन परमिट बनाने की प्रक्रिया फिलहाल बंद कर दी गई है।