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Photograph: (The Sootr)
Weather Update: देश के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। दिल्ली में यमुना का पानी शहर के अंदर घुस आया है, वहीं पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है।
मध्यप्रदेश, गुजरात, कश्मीर, और छत्तीसगढ़ भी बाढ़ से प्रभावित हैं। दिल्ली में मयूर विहार और फरीदाबाद जैसे इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है, जबकि आगरा में यमुना का पानी ताजमहल तक पहुंच गया है।
हिमाचल प्रदेश में भी लैंडस्लाइड्स ने हालात को और बिगाड़ दिया है। कश्मीर में लगातार बारिश के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, और वहां स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।
गुजरात में नर्मदा डेम के 15 गेट खोले गए हैं, जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है। इन सभी घटनाओं के बीच, सरकार राहत कार्यों में जुटी हुई है, लेकिन हालात अब भी बेहद चिंताजनक हैं।
आइए जानते हैं देशभर के विभिन्न हिस्सों में मौसम की क्या है स्थिति...
मध्यप्रदेश और गुजरात में बाढ़ की स्थिति
मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के कारण इंदौर और उज्जैन में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इंदौर में कान्ह नदी का जलस्तर बढ़ने से कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं।
उज्जैन में क्षिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से घाट किनारे स्थित मंदिरों को नुकसान हुआ है। रतलाम में रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 तक पानी भर गया है, जिससे यातायात पर प्रभाव पड़ा है।
गुजरात में नर्मदा डेम के 15 गेट खोल दिए गए हैं, जिसके कारण नर्मदा नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और भारी बारिश की आशंका जताई है।
छत्तीसगढ़: बाढ़ और बांध टूटने से हाहाकार
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक पुराना बांध टूटने से बाढ़ का पानी निचले इलाकों में बह गया। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग लापता हैं। इसके अलावा, सूरजपुर, बलरामपुर और अन्य जिलों में तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में भारी बारिश के कारण बाढ़ के बाद राहत कार्यों में तेजी लाई जा रही है।
दिल्ली में यमुना नदी की बाढ़ और राहत कार्य
दिल्ली में इस बार यमुना नदी के उफान से बाढ़ की गंभीर स्थिति बन गई है। गुरुवार को मयूर विहार, जहां राहत शिविर स्थापित किए गए थे, वहां बाढ़ का पानी भर गया। यमुना का जलस्तर 207.47 मीटर पर पहुंच गया, जिससे आसपास के इलाके जलमग्न हो गए।
राहत शिविरों में पानी भरने से प्रभावित लोगों को और भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने पानी की निकासी की प्रक्रिया तेज कर दी है। बाढ़ का पानी रेलवे ट्रैक और आसपास की सड़कों पर फैल गया है, जिससे यातायात में भी अवरोध उत्पन्न हुआ है।
पंजाब में बाढ़ का कहर: 23 जिलों में तबाही
पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। 1,655 गांवों में 3.55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इस बाढ़ में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 अगस्त से 3 सितंबर तक बाढ़ के कारण फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है, जिससे 1,75,286 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है।
राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविरों का निर्माण किया है, और 7 सितंबर तक सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए गए हैं। राहत कार्यों में प्रशासन को मदद पहुंचाई जा रही है।
हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में लैंडस्लाइड
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में गुरुवार सुबह लैंडस्लाइड के कारण दो घर ढह गए। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि छह लोग मलबे में फंस गए हैं।
इससे पहले बुधवार को भी एक लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें एक NDRF जवान मलबे में दब गया था। उसे 24 घंटे बाद रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।
जम्मू-कश्मीर में भी लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, और शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
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