NEW DELHI. चीन सीमा पर तनाव ना हो, इसको लेकर भारतीय सेना पूरी तरह चाक-चौबंद है। भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास घोड़ों-खच्चरों से निगरानी की है। यही नहीं, भारतीय ने जमी हुई पैन्गॉन्ग झील पर हाफ मैराथन भी की। भारत ने एक तरह से चीन को ये बताने की कोशिश की है कि ये इलाका घुसपैठ के लिए आसान नहीं है।
#WATCH | Indian Army formations deployed near the Galwan valley have undertaken extreme activities such as surveying the areas near the Line of Actual Control on horses and ponies and half marathon over the frozen Pangong lake in recent months pic.twitter.com/81rwqPdUnH
— ANI (@ANI) March 4, 2023
जिस गलवान घाटी में 2020 में चीनी सेना के साथ खूनी झड़प हुई थी, वहीं भारतीय सेना के जवानों ने क्रिकेट भी खेला।
#WATCH | Indian Army troops playing cricket near the Galwan valley. The Indian Army formations deployed in the area have been engaging in different sports activities in extreme winters at these high-altitude locations
(Source: Indian Army officials) pic.twitter.com/cElsJLFg8I
— ANI (@ANI) March 4, 2023
पिछले साल दिसंबर में भी हुई थी घुसपैठ की कोशिश
अरुणाचल प्रदेश के यांगत्से इलाके में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारत-चीनी सैनिकों के बीच तीखी झड़प हो गई थी। इसमें दोनों देशों के कुछ सैनिक जख्मी हो गए थे। मौके का फायदा उठाते हुए 9 दिसंबर को चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के 300 सैनिक ऊंचाई पर पहुंच गए। यहां दोनों देश आमने-सामने आ गए और भारतीय सैनिक इन पर भारी पड़े। चीनी सैनिक पूरी तैयारी के साथ आए थे। जानकारी के मुताबिक, चीनी सैनिक भारतीय पोस्ट को तोड़ना चाहते थे। चीनी सैनिक तवांग में भारतीय पोस्ट को हटवाने के लिए आए थे। चीनी सैनिक कंटीली लाठी और डंडे लेकर आए थे, ऐसा ही गलवान झड़प के दौरान भी हुआ था। भारतीय जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाला और भिड़ गए। भारतीय जवानों को भारी पड़ता देख चीनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा।
2020 में भारत-चीन के बीच गलवान में हुआ था तनाव
1 मई 2020 को दोनों देशों के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख की पैन्गॉन्ग त्सो झील के उत्तरी किनारे पर झड़प हो गई थी। उस झड़प में दोनों तरफ के कई सैनिक घायल हो गए थे। यहीं से तनाव की स्थिति बढ़ गई थी। इसके बाद 15 जून की रात गलवान घाटी पर भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने आ गए। चीनी सैनिक घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। भारतीय जवानों ने उन्हें रोका तो वह हिंसा पर आमादा हो गए। इसके बाद विवाद बढ़ गया। झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 38 से ज्यादा जवान मारे गए थे। इनमें कई चीनी सैनिक नदी में बह गए थे। हालांकि, चीन ने केवल चार जवानों के मौत की पुष्टि की। अमेरिका की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इस झड़प में 45 से ज्यादा चीनी जवान मारे गए थे।