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BHOPAL. भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक अजय बंगा (63) को वर्ल्ड बैंक का अगला अध्यक्ष चुना गया है। वर्ल्ड बैंक ने कहा कि संस्थान के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स ने अजय बंगा को बैंक का 14वां अध्यक्ष चुना है। वे 2 जून 2023 से कार्यभार संभालेंगे और 5 वर्ष तक इस पद पर बने रहेंगे। वर्ल्ड बैंक के अगले अध्यक्ष पद के लिए अजय बंगा के नाम को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसी साल 23 फरवरी को नॉमिनेट किया था। मास्टरकार्ड के सीईओ रह चुके अजय बंगा इंडो-अमेरिकन हैं। जानें उन 16 भारतवंशियों को जिन्होंने दिग्गज कंपनियों में भारत का परचम लहराया...
1. नील मोहन, यूट्यूब के सीईओ
भारतीय मूल के नील मोहन फरवरी में यूट्यूब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बन गए। 9 साल तक यूट्यूब की सीईओ रहीं सुजैन वोजित्स्की इस्तीफा दे दिया था। नील मोहन ने स्टैनफोर्ड से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। वो पहले गूगल में बतौर चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर काम कर चुके हैं। 2006 में गूगल ने 1.65 अरब डॉलर क़ीमत पर यूट्यूब को खरीद लिया और इसके बाद सुजैन 2014 में इसकी सीईओ बनीं। सुजैन ने लिखा था- मैंने करीब 15 साल नील मोहन के साथ काम किया है। मुझे उम्मीद है कि वो यूट्यूब के लिए बेहतरीन लीडर साबित होंगे। यूट्यूब शॉर्ट्स, स्ट्रीमिंग, सब्स्क्रिप्शन से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर जो काम कर रहा है, उसमें आने वाले वक्त में और चुनौतियां सामने आएंगी। नील यूट्यूब का नेतृत्व करने वाले सबसे बेहतर व्यक्ति साबित होंगे।
2. सुंदर पिचाई, CEO गूगल, अल्फाबेट
गूगल और एल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई का जन्म 1972 में तमिलनाडु में हुआ था। उनके पिता पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे, जो ब्रिटेन की एक कंपनी GEC में काम करते थे। सुंदर की मां स्टेनोग्राफर थीं। स्कूलिंग खत्म करने के बाद सुंदर ने आईआईटी खड़गपुर में एडमिशन लिया था। यहां से उन्होंने मेटालर्जी में इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इसके बाद वह अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में एमएस करने चले गए। एमएस करने के बाद उन्होंने अमेरिका के सबसे प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों में से एक व्हार्टन से एमबीए किया। 2004 में सुंदर पिचाई गूगल से जुड़े। 2015 में, गूगल अल्फाबेट कंपनी का हिस्सा बना और पिचाई उसके सीईओ बने। पिचाई ने Google क्रोम और क्रोम ओएस डेवलप करने के लिए प्रोडक्ट मैनेजमेंट टीम की अगुवाई की। वह मुख्य रूप से Google ड्राइव और एंड्रॉयड के डेवलपमेंट के लिए भी प्रभारी थे। एक इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि वो अमेरिकी हैं या भारतीय, तब इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'मैं अमेरिका का नागरिक हूं, लेकिन भारत मेरे अंदर बसा है और जो मैं हूं, उसका एक अहम हिस्सा है।'
3. शांतनु नारायण, CEO, Adobe Inc
दुनिया की प्रतिष्ठित सॉफ्टवेयर कंपनी एडोबी के सीईओ भी भारतीय मूल के ही शांतनु नारायण हैं। शांतनु का जन्म हैदराबाद में हुआ था। उनकी मां अमेरिकी लिटरेचर पढ़ातीं थीं। पिता की प्लास्टिक के सामान की कंपनी थी। शांतनु ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंजीनियरिंग में बैचलर करने के बाद बर्कले यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया से एमबीए और बॉउलिंग ग्रीन स्टेट यूनिवर्सिटी से कम्प्यूटर साइंस में मास्टर्स किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मोबाइल फोन कंपनी एपल से की। इसके बाद वह सिलिकॉन ग्राफिक्स में भी रहे। बाद में उन्होंने ऑनलाइन फोटो शेयरिंग कंपनी पिक्ट्रा की स्थापना की थी। शांतनु ने 1998 में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (वर्ल्डवाइड प्रोडक्ट रिसर्च) के रूप में एडोबी जॉइन की थी। 2007 में वे इसके सीईओ बने। वे अडोबी फाउंडेशन बोर्ड के प्रेसीडेंट भी हैं। 2011 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें अपने मैनेजमेंट एडवाइजरी बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया था।
4. लक्ष्मण नरसिम्हन, CEO, स्टारबक्स
भारतीय मूल के लक्ष्मण नरसिम्हन कॉफी चेन चलाने वाली दिग्गज कंपनी स्टारबक्स के सीईओ हैं। 55 साल के लक्ष्मण नरसिम्हन इससे पहले इन्फामिल बेबी, यूके में Reckitt Benckiser Group PLC में ऊंचे पदों पर काम कर चुके हैं। लक्ष्मण नरसिम्हन का जन्म पुणे में 15 अप्रैल 1967 को हुआ था और वहीं उनकी परवरिश भी हुई। उन्होंने पुणे यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। उन्होंने पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी में द लॉडर इंस्टीट्यूट से जर्मन और इंटरनेशनल स्टडीज में एमए किया। पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल से बिजनेस में एमबीए किया।
5. सत्य नडेला, CEO माइक्रोसॉफ्ट
सत्य नडेला माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हैं। उनका पूरा नाम सत्य नारायण नडेला है। इनका जन्म 19 अगस्त 1967 को आंध्र प्रदेश की राजधानी के अनंतपुर जिले के एक तेलुगु परिवार में हुआ था। नडेला के पिता आईएएस अफसर थे। नडेला 1992 में बतौर इंजीनियर, माइक्रोसॉफ्ट में शामिल हुए। 4 फरवरी 2014 को वे माइक्रोसॉफ्ट के CEO चुने गए। सत्य ने अपनी स्कूलिंग हैदराबाद पब्लिक स्कूल से की। 1988 में कर्नाटक के मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया और फिर विस्कॉन्सिन-मिल्वॉकी यूनिवर्सिटी से एमएस की डिग्री ली। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, एक्सबॉक्स लाइव और एज्योर क्लाउड प्लेटफॉर्म के शुरुआती संस्करणों की अगुवाई की।
6. अरविंद कृष्णा, CEO, IBM
अरविंद कृष्णा आईटी कंपनी आईबीएम के सीईओ हैं। 2020 की शुरुआत में IBM ने अरविंद को सीईओ बनाया। हैदराबाद में जन्मे अरविंद कृष्णा सीईओ चुने जाने से पहले आईबीएम में ही क्लाउड ऐंड कॉग्निटिव सॉफ्टवेयर में वाइस प्रेसिडेंट थे। कृष्णा 1990 में आईबीएम से जुड़े थे। आईआईटी कानपुर से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कृष्णा ने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की। 2018 में 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर में रेड हैट के आईबीएम के अधिग्रहण का श्रेय कृष्णा को दिया जाता है।
7. थॉमस कुरियन, CEO Google Cloud
थॉमस कुरियन क्लाउड कम्प्यूटिंग के क्षेत्र में दिग्गज कंपनी गूगल क्लाउड के सीईओ हैं। 2019 में थॉमस को गूगल क्लाउड का सीईओ बनाया गया था। थॉमस का जन्म 1966 में केरल में कोट्टायम जिले के पंपडी गांव में हुआ था। पिता का नाम पीसी कुरियन केमिकल इंजीनियर और Graphite India के जनरल मैनेजर थे।
थॉमस कुरियन चार भाई हैं। एक भाई जॉर्ज कुरियन को 2015 में NetApp का सीईओ बनाया गया था। 17 साल की उम्र में थॉमस अपने भाई जॉर्ज कुरियन के साथ अमेरिका चले गए। थॉमस ने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। प्रिंसटन के बाद लंदन और ब्रसेल्स में 6 साल के लिए सॉफ्टवेयर, टेलीकम्यूनिकेशंस और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्रीज में ग्राहकों की सेवा करने वाले सलाहकार के रूप में McKinsey & Company के साथ उन्होंने अपना करियर शुरू किया। उन्होंने स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए भी किया। कुरियन 1996 में Oracle में शामिल हुए। शुरू में अलग-अलग प्रोडक्ट मैनेजमेंट और डेवलपमेंट पदों पर रहे। 28 सितंबर 2018 को उन्होंने ओरैकल में प्रोडक्ट डेवलपमेंट के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। कुरियन नवंबर 2018 में Google की क्लाउड ऑर्गनाइजेशन में शामिल हुए।
8. संदीप कटारिया, CEO, बाटा
संदीप कटारिया फुटवियर निर्माता कंपनी बाटा के सीईओ के तौर पर काम कर रहे हैं। 126 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी भारतीय को इस कंपनी का सीईओ बनाया गया। कटारिया ने एलेक्सिस नैसार्ड के बाद पदभार संभाला, जिन्होंने कंपनी के सीईओ के रूप में करीब 5 सालों तक काम किया। कटारिया साल 2020 में बाटा इंडिया के सीईओ के रूप में कंपनी से जुड़े थे। इससे पहले वो यूनीलिवर, वोडाफोन जैसी कंपनियों में काम कर चुके थे।
9. राज सुब्रमण्यम, CEO, FedEx
राज सुब्रमण्यम अमेरिकी कूरियर कंपनी FedEx के सीईओ हैं। सुब्रमण्यम तिरुवनंतपुरम के रहने वाले हैं। उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। 1989 में उन्होंने न्यूयॉर्क की साइराक्यूज यूनिवर्सिटी से एम टेक किया। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से मार्केटिंग और फाइनेंस में एमबीए भी किया। 1991 में उन्होंने फेडेक्स जॉइन की। वे फेडेक्स कॉर्पोरेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, फर्स्ड हॉरिजन कॉर्पोरेशन, यूएस चैम्बर ऑप कॉमर्स चीन एडवाइजरी बोर्ड, FIRST, यूएस-इंडिया स्ट्रैटिजीक पार्टनरशिप फोरम और यूएस-चाइना बिजनेस काउंसिल के पार्ट रहे हैं।
10. जयश्री उलाल, CEO, Arista Networks
जयश्री कंप्यूटर नेटवर्किंग कंपनी Arista Networks की सीईओ हैं। लंदन में जन्मी और नई दिल्ली में पली-बढ़ीं जयश्री एक अमेरिकी अरबपति बिजनेसवुमन हैं। 2008 से वह Arista Networks की सीईओ हैं। जयश्री ने सैन फ्रांसिस्को स्टेट यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद उन्होंने Santa Clara University से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में अपनी मास्टर्स किया।
11. लीना नायर, CEO, शनैल
भारतीय मूल की ब्रिटिश नागरिक लीना नायर को 2021 में फ्रांस के बड़े फैशन हाउस शनैल (Chanel) की पहली महिला सीईओ के रूप में चुना गया था। लीना इससे पहले यूनीलिवर में 30 साल रही थीं। नायर यूनीलीवर में ह्यूमन रिसोर्स चीफ और कंपनी की कार्यकारी समिति की मेंबर थीं।
5 अन्य भारतवंशी जो इन कंपनियों में CEO
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