New Delhi. इंडिया की डिफेंस और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने चीन के साथ एलएसी पर चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच अपने सैनिकों और उनके परिजन के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें सैनिकों और उनके परिजनों को सलाह दी गई है कि वे चायनीज कंपनियों के मोबाइल का उपयोग करने से बचें। एजेंसियों की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि चीनी मोबाइल कंपनी के फोन के साथ सावधानी बरतने के लिए सैन्य संरचनाओं और इकाईयों को अपने कर्मियों को संवेदनशील बनाना है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से आई खबर के मुताबिक सैन्य इंटेलिजेंस एजेंसियों ने सैनिकों और उनके परिवारों तक को चीन की कंपनियों के फोन खरीदने या उनका उपयोग करने से दूर रहने कहा है। सूत्रों की मानें तो एजेंसियों को चीनी कंपनियों के मोबाइल फोन्स में मैलवेयर और स्पाईवेयर पाए जाने के मामले सामने आने की जानकारी लगी थी। जिसके बाद सैन्य बलों ने चीनी मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर एडवाइजरी जारी की।
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इससे पहले सरकार ने अनेक चायनीज एप पर बैन लगाया था। खासकर सुरक्षा बलों को ऐसे एप्स से दूर रहने के निर्देश भी दिए गए थे। खासतौर पर पबजी और टिकटॉक का उपयोग करने से सैनिकों को मना किया गया था। उनकी सलाह के बाद चीन में विकसित कई एप्लिकेशन सैन्य कर्मियों के फोन से हटाए गए थे। सेनाओं ने अपने डिवाइस में चीनी मोबाइल फोन और एप्लिकेशन का उपयोग भी बंद कर दिया है।
इन कंपनी के मोबाइल से बचने की सलाह
खुफिया एजेंसियों ने परामर्श के साथ ऐसे मोबाइल फोन की सूची भी दी है, जिससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इनमें ये चीनी मोबाइल फोन शामिल हैं-वीवो,ओप्पो, श्याओमी, वन प्लस, ऑनर, रियल मी, जेडटीई, जियोनी, आसुस, इनफिनिक्स
भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर मार्च 2020 से सैन्य गतिरोध बना हुआ है। दोनों देशों ने एलएसी पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की है। कई दौर की सैन्य वार्ता के बाद भी दोनों पक्षों के बीच सेनाओं के पीछे हटने पर सहमति नहीं बन पाई है।