NEW DELHI. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में अपने सीएम चेहरे का ऐलान कर दिया है। केजरीवाल ने ईसूदान गढ़वी को अपना सीएम पद का चेहरा घोषित कर दिया है। केजरीवाल ने 29 अक्टूबर को सूरत में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से पूछा था कि वो किसे सीएम पद पर देखना चाहते हैं।
कौन हैं ईसूदान गढ़वी ?
ईसूदान गढ़वी का जन्म 10 जनवरी 1982 को गुजरात के द्वारका जिले के पिपालिया गांव में हुआ। पारिवारिक बैकग्राउंड के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिलती। लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि उनके पिता किसान हैं। गढ़वी ने अहमदाबाद स्थित गुजरात विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रैजुएशन किया है।
राजनीति में आने से पहले ईसूदान गढ़वी पत्रकार थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन से की। वहां 2007 से 2011 तक रहे। बाद में ईटीवी गुजराती में आए। पोरबंदर में रहते हुए उन्होंने किसानों की समस्याओं पर कई न्यूज स्टोरी कीं। लेकिन टर्निंग पॉइंट तब आया जब 2015 में उन्होंने डांग और कापरड़ा में पेड़ों की अवैध कटाई के पीछे के घोटालों को उजागर किया। इस खबर के जरिए उन्होंने गुजरात सरकार को एक्शन लेने पर मजबूर कर दिया था। इसके बाद गढ़वी की पहचान 'निडर पत्रकार' की बन गई थी। 2015 में ही ईसूदान वीटीवी गुजराती में चले गए। अगले कई सालों तक वो वहां 'महामंथन' नाम का न्यूज शो होस्ट करते रहे।
15 साल पत्रकारिता करने के बाद ईसूदान गढ़वी का इस पेशे से मन ऊब गया। अब उन्हें राजनीति करनी थी। पार्टी चुनी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी। वो पत्रकारिता में एक अच्छा-खासा सफल करियर छोड़कर राजनीति में आए। जून 2021 में AAP में शामिल होते वक्त ईसूदान ने कहा था कि 'मैं लोगों की सेवा के लिए मीडिया में आया था और लोगों ने मुझे पसंद किया। लेकिन मुझे लगा कि मीडिया में रहकर मैं कुछ लोगों की सेवा कर सकता हूं। इसलिए मैंने ये इंडस्ट्री छोड़ दी और राजनीति में आ गया ताकि ज्यादा लोगों के लिए काम कर सकूं।'
गुजरात में AAP के चुनाव प्रभारी गुलाब सिंह यादव ने दावा किया था कि गढ़वी के आने के बाद राज्य के लाखों लोगों ने पार्टी जॉइन करने की इच्छा जताई थी। इसके तुरंत बाद ही अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि AAP गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
इसी साल जून महीने में AAP ने गुजरात इकाई को भंग कर इसमें ढांचागत बदलाव करते हुए नए लोगों को शामिल किया था। तब ईसूदान को AAP का राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव बनाया गया था। बाद में पार्टी ने 'जन संवेदना यात्रा' शुरू की जिसका जूनागढ़ में नेतृत्व गढ़वी ने ही किया था। उसी दौरान उनके काफिले पर हमला हुआ था। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक AAP ने इसके पीछे बीजेपी के लोगों का हाथ बताया था।
73 फीसदी लोगों ने ईसूदान गढ़वी का नाम लिया
सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमने गुजरात की जनता से पूछा था कि आम आदमी पार्टी का सीएम कैंडिडेट कौन होना चाहिए। जनता ने जमकर वोटिंग की। हमारे पास 16 लाख 48 हजार 500 के करीब रेस्पॉन्स आए। 73 फीसदी लोगों ने ईसूदान गड़वी का नाम लिया। इस मौके दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कमरे में बैठ कर यह तय नहीं करते कि हमारा सीएम उम्मीदवार कौन होगा। पंजाब के अंदर भी हमने यही किया था। भगवंत मान को सीएम कैंडिडेट केजरीवाल ने नहीं चुना था, पंजाब की जनता ने चुना था। हमने पंजाब की जनता से पूछा था आम आदमी पार्टी का सीएम कैंडिडेट कौन होना चाहिए।