Amritsar. वारिस पंजाब दे का चीफ अमृतपाल अब पुलिस गिरफ्त में है। उसे असम के डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया है। इतने दिनों तक पुलिस को छकाने वाले अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद यह चर्चा चल रही है कि अमृतपाल की गिरफ्तारी में जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे जसबीर सिंह की अहम भूमिका रही है। हालांकि, जसबीर सिंह का कहना है कि अमृतपाल ने ही व्यक्तिगत रूप से पुलिस को सरेंडर के बारे में इत्तला दी थी।
दावा किया जा रहा है कि अमृतपाल के सरेंडर की जानकारी के बाद जसबीर ने ही गुप्त रूप से पुलिस तक यह खबर पहुंचाई थी। सूत्रों की मानें तो जसबीर को यह पता था कि अमृतपाल मोगा गुरूद्वारे में आत्मसमर्पण करना चाहता है। जिसके बाद सतबीर ने पुलिस को अमृतपाल की मौजूदगी के बारे में भी बता दिया था।
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अजनाला जैसी घटना के थे आसार
कहा जा रहा है कि पुलिस को अंदेशा था कि भीड़ में अमृतपाल को गिरफ्तार करने पर अजनाला जैसी घटना हो सकती है। इससे पहले अमृतपाल रोड़े गांव में ही सरेंडर करने का प्लान बना रहा था। पर माना यही जा रहा है कि जसबीर ने अमृतपाल को 22 अप्रैल की रात तक मोगा गुरूद्वारे पहुंचने कहा था। जसबीर ने बताया कि अमृतपाल सिंह ने शनिवार रात गुरूद्वारे आया था। उसने खुद ही पुलिस को अपने आत्मसमर्पण की योजना के बारे में बताया था।
पप्पलप्रीत की अरेस्टिंग के बाद अकेला पड़ गया था अमृतपाल
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि 10 अप्रैल को अमृतपाल का सहयोगी पप्पलप्रीत गिरफ्तार हो गया था। जिसके बाद से ही अमृतपाल अकेला पड़ गया था। इसके बाद अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर को भी अमृतसर एयरपोर्ट पर पूछताछ के लिए रोका गया था। बताया जाता है कि किरणदीप लंदन भागने की फिराक में थी।
बता दें कि वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल पंजाब पुलिस के 80 हजार जवानों को करीब एक माह तक छकाता रहा। पुलिस ने दर्जनों जिलों में सर्चिंग अभियान छेड़े लेकिन उसे गिरफ्तार न कर सकी। वहीं अमृतपाल को अकाल तख्त से भी उम्मीद के मुताबिक समर्थन नहीं मिला, जिसके बाद उसने खुदको पुलिस के हवाले कर दिया।