RANCHI. झारखंड की राजधानी रांची में देश का सबसे बड़ा हाई कोर्ट बनकर तैयार हो गया है। इस कोर्ट का उद्घाटन 24 मई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाएगा। इस दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस अनिरुद्ध बोस, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा समेत कई न्यायाधीश और अधिवक्ता मौजूद होंगे। कार्यक्रम में 2 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है। समारोह कि लिए नए हाई कोर्ट परिसर में वातानुकूलित पंडाल बनाया गया है, जहां शाम 5.28 बजे उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन होगा।
SC से है 3 गुना
झारखंड का नया हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट कैंपस से 3 गुना बड़ा है। यह देश का सबसे बड़ा हाई कोर्ट है। 165 एकड़ में फैले इस हाई कोर्ट में सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा गया है। इसमें तैयार करने में करीब 550 करोड़ रुपए की लागत आई है। क्षेत्रफल की दृष्टि से देश के सभी हाईकोर्ट के परिसरों से बड़ा है। जिसके कारण इसकी भव्यता विहंगम और देखते ही बन रही है।
महाधिवक्ता के अलावा बैठ सकेंगे वकील
कोर्ट बिल्डिंग के दोनों ओर भव्य बिल्डिंग बनाई गई है, जिसमें महाधिवक्ता के अलावा वकीलों के बैठने की जगह और लाइब्रेरी की व्यवस्था है। इस हाई कोर्ट के कैंपस में करीब साढ़े 4 हजार पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा कोर्ट परिसर में ही पोस्टल ऑफिस, रेलवे बुकिंग काउंटर और डिस्पेंसरी की भी सुविधा उपलब्ध है। कोर्ट भवन के बिल्कुल पास में ही नवनिर्मित विधानसभा का भवन है। इसी इलाके में विधायकों के लिए आवास का भी निर्माण कराया जा रहा है। मतलब संविधान के दो पिलर (विधायिका और न्यायपालिका) एक साथ काम करेंगी।
2000 गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था
नए हाई कोर्ट की निगरानी के लिए यहां 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा हाई मास्ट लाइट और एक हाईटेक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जहां से पूरी बिल्डिंग की निगरानी और मेंटेनेंस मॉनिटरिंग का काम किया जाएगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग की बेहतर व्यवस्था की गई है, ताकि बारिश का पानी कैंपस से बाहर नहीं जा सके। कैंपस में 2000 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। वहीं, न्यायाधीशों के वाहनों के लिए अलग से मेंब्रेन रूफ केनोपी वाले पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
ग्रीन बिल्डिंग में 32 लिफ्ट लगाए गए
कोर्ट परिसर में बिजली आपूर्ति के लिए एक अलग सबस्टेशन बनाया गया है। ग्रीन बिल्डिंग में 32 लिफ्ट लगाए गए हैं। लिफ्ट में एक बार 13 व्यक्ति जा सकेंगे। कोर्ट रूम में जाने के लिए 2 स्केलेटर भी लगाए गए हैं। पूरी बिल्डिंग की बाहरी दीवार आग, जल और ध्वनि प्रदूषण से सुरक्षित है। पूरा कोर्ट परिसर आपको झारखंड की संस्कृति और सभ्यता से परिचित कराएगा। यहां जगह-जगह पर झारखंड के वीर सपूतों की तस्वीरें लगाई गई हैं। इसके अलावा संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अलग-अलग तस्वीरें लगाई गई हैं।