जोधुपर। हाईकोर्ट में मंगलवार को राबर्ट वाड्रा से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बहस अधूरी रही। सोमवार से जारी बहस अब बुधवार को फिर होगी। बीकानेर जिले में जमीन की खरीद फरोख्त से जुड़े इस मामले पर सुनवाई लंबे अरसे से किसी न किसी कारण से टलती आ रही थी। फिलहाल हाईकोर्ट ने राबर्ट वाड्रा की गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है।
सुनवाई का तीसरा दिन
न्यायाधीश पुष्पेन्द्र सिंह भाटी की कोर्ट में मंगलवार सीनियर एडवोकेट केटीएस तुलसी ने वाड्रा की तरफ से पक्ष रखा। उन्होंने इसी तरह के मामलों में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दिए गए एक फैसले का उदाहरण प्रस्तुत किया। ईडी की तरफ से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल राजदीपक रस्तोगी कल अपना पक्ष रखेंगे। बहस को लंबी चलती देख न्यायाधीश भाटी ने समय अभाव के कारण सुनवाई कल तक स्थगित कर दी। अब कल एक बार फिर बहस शुरू होगी।
लंबे समय से चल रहा है मामला
2007 में वाड्रा ने स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी की शुरुआत की। रॉबर्ट और उनकी मां मौरीन इस कंपनी के डायरेक्टर बनाए गए। बाद में कंपनी का नाम बदलकर स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड लायबिलिटी कर दिया गया। रजिस्ट्रेशन के वक्त बताया गया था कि ये कंपनी रेस्टोरेंट, बार और कैंटीन चलाने जैसे काम करेगी।