Ayodhya. भारतीय कुश्ती संघ का दंगल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। संघ के वर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान आसमान देखने तैयार नहीं हैं तो वहीं उनकी समर्थन में खाप पंचायतों से लेकर किसान संगठन भी मैदान में आ चुके हैं। इधर इन खाप पंचायतों और किसान संगठनों को अयोध्या के साधु-संतों से सीधी चुनौती मिलने जा रही है। दरअसल अयोध्या के साधु-संतों ने अपना आशीर्वाद सांसद बृजभूषण शरण सिंह को दे दिया है। उनके समर्थन में साधु संत 5 जून को जनचेतना रैली निकालने जा रहे हैं।
दरअसल अयोध्या के साकेत पीजी कॉलेज से ही बृजभूषण ने राजनीति के दांवपेंच सीखे थे। वहीं हनुमानगढ़ी के पुजारियों की देखरेख में कुश्ती के साथ-साथ राजनीति भी सीखी। राममंदिर आंदोलन में भी बृजभूषण जान पहचाना चेहरा थे। इसी वजह से अयोध्या के साधु-संत उनके समर्थन में हुंकार भरने तैयार हैं।
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अपने मतभेदों को किया दरकिनार
खास बात यह है कि बृजभूषण को मुश्किल में देख अयोध्या के साधुसंत अपने मतभेदों को भी किनारे रख कर एक साथ आ गए हैं। अयोध्या में मणि रामदास छावनी पीठ और महंत मैथिली रमन शरण के लक्ष्मण किला गुट का विवाद जगजाहिर है, लेकिन जनचेतना रैली के लिए दोनों पक्ष एकसाथ आ गए हैं।
इधर अपने मैडल गंगा में विसर्जित करने पहुंचे पहलवानों को किसान संघ के नरेश टिकैत ने समझा बुझाकर ऐसा करने से रोक दिया है और सरकार को 5 दिन का वक्त दिया है। वहीं बृजभूषण बार-बार यह कहते आए हैं कि ये पहलवान मैडल वापस करने और मैडल विसर्जित करने के बजाय वह राशि वापस क्यों नहीं करते जो इन्हें मैडल जीतने के बाद सरकारों ने दी थी। यदि वे विरोध करना चाहते हैं तो सरकार का दिया हुआ पैसा वापस करें।