विपक्षी दलों की बैठक में खड़गे बोले- BJP को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं, उनके नेता समझौता करने भाग-दौड़ कर रहे, NDA की शाम को बैठक

author-image
Chakresh
एडिट
New Update
विपक्षी दलों की बैठक में खड़गे बोले- BJP को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं, उनके नेता समझौता करने भाग-दौड़ कर रहे, NDA की शाम को बैठक

Bangalore. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हराने के लिए बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी बैठक से पहले कांग्रेस ने विपक्ष के नेताओं को डिनर दिया। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक, बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में हुए डिनर में 26 दल के नेता शामिल हुए हैं। यह डिनर सियासी ताकत दिखाने के लिए था। हालांकि, इसमें शरद पवार नजर नहीं आए। अब मंगलवार (18 जुलाई) को विपक्ष की बैठक शुरू हो गई है। कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है। वहीं  बीजेपी ने भी 18 जुलाई को शाम 4 बजे दिल्ली के अशोका होटल में NDA की बैठक बुलाई है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने कहा कि इस मीटिंग में 38 दल शामिल हो रहे हैं। दोनों ओर से बयानबाजी शरू हो गई है।



कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक में कहा, 'हम यहां 26 पार्टियां हैं। हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में हैं। बीजेपी को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं। उसने अपने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आई और फिर उन्हें त्याग दिया। आज बीजेपी अध्यक्ष और उनके नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य भाग-दौड़ कर रहे हैं।'



शरद पवार आज सीधे बैठक में पहुंचेंगे



डिनर में शामिल होने के लिए लालू प्रसाद यादव, अरविंद केजरीवाल, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार के सीएम नीतीश कुमार समेत कई नेता पहुंचे। पार्टी में फूट के बाद शरद पवार कल सीधे बैठक में शामिल होंगे।



NDA की बैठक पर कांग्रेस का निशाना



एनडीए की बैठक पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा- मुझे ताज्जुब है कि मोदी जी ने राज्यसभा में कहा था कि मैं सभी विपक्षियों पर अकेला भारी हूं। अगर वो सभी विपक्षियों पर अकेले भारी हैं तो वो कल NDA की मीटिंग में 30 पार्टियों को क्यों बुला रहे हैं। उन 30 पार्टियों का नाम तो बताएं। वे हमारी मीटिंग से घबरा गए हैं।



बैठक से तीन राज्यों के सीएम और पूर्व सीएम ने बनाई दूरी



इस बैठक से तेलंगाना मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्‌डी, आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री  चंद्रबाबू नायडू और ओडिशा के मुख्यमंत्री  नवीन पटनायक ने दूरी बना रखी है।



कांग्रेस के डिनर प्रोग्राम में जुटे दिग्गज



कांग्रेस के डिनर प्रोग्राम में लालू प्रसाद यादव लोअर-टीशर्ट पहनकर पहुंचे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राज्यसभा सांसद संजय सिंह पहुंचे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का होटल पहुंचने पर कर्नाटक के सीएम ने स्वागत किया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी चार्टर प्लेन से बेंगलुरु पहुंचे। कर्नाटक के CM सिद्धरमैया और डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने तीनों का स्वागत किया। बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक से पहले विपक्ष के सभी बड़े नेताओं के होर्डिंग्स लगाए गए हैं।



विपक्ष की मीटिंग में कई मुद्दों पर होगी चर्चा 




  • विपक्षी शीर्ष नेतृत्व आगामी लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजय रथ को रोकने के की रणनीति पर चर्चा करेंगे। साथ ही, लोकसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर भी चर्चा किए जाने संभावना जताई जा रही है।


  • सीटों के बंटवारे के दौरान सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस के सामने पैदा होने की संभावना जताई जा रही है। विपक्षी दलों के भारी-भरकम संख्यबल को देखते हुए ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार कांग्रेस को सीटों की संख्या के साथ समझौता करना पड़ सकता है।

  • सभी दलों के साथ कॉर्डिनेशन के लिए एक संयोजक की नियुक्ति पर चर्चा होगी। इसके अलावा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए नेताओं का एक ग्रुप बनाने पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।

  • सूत्रों के मुताबिक, 2004 लोकसभा चुनाव के बाद जिस तरह UPA की चेयरपर्सन सोनिया गांधी बनी थीं, उसी तरह नए महागठबंधन में भी सर्वसम्मति से ऐसी नियुक्ति हो। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस चाहती है कि विपक्षी दलों में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते उसे ही यह पद सौंपा जाए।

  • सोनिया गांधी के नाम पर किसी भी दल को ऐतराज नहीं होगा, क्योंकि वो प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार नहीं होंगी। हालांकि दावा ये भी किया जा रहा है कि कांग्रेस इस पद को लेकर विवाद की स्थिति में पीछे भी हट सकती है।



  • विपक्ष का नेता कौन, इस सवाल पर भड़के वेणुगोपाल



    मीटिंग से पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, विवेक तन्खा और डीके शिवकुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वेणुगोपाल यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) और विपक्षी दलों के नेता के सवाल पर पत्रकारों से नाराज हो गए। उन्होंने कहा- मणिपुर में 75 दिनों से हिंसा जारी है। प्रधानमंत्री इस पर चुप हैं। सरकार चाहती है कि विपक्ष भी चुप रहे। राहुल गांधी की संसद सदस्यता अयोग्य ठहराया जाना जैसे बड़े मुद्दे हैं। देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। इस पर तो आप लोग सवाल नहीं उठाते। 



    विश्लेषकों की राय : मोदी के सामने एक दावेदार खड़ा करना आसान नहीं 



    विश्लेषकों की मानें तो, सीटों के बंटवारे को लेकर अगर विपक्षी दलों में कोई रार नहीं होती है, तो 2024 के लोकसभा चुनावों में मोदी की लोकप्रियता के मुकाबले चमत्कार दिखा सकती है। हालांकि, विश्लेषक विपक्षी दलों इस महागठबंधन के नेतृत्व को लेकर सवाल उठा रहे हैं। सबसे पुरानी और बड़ी पार्टी कांग्रेस नेतृत्व के लिए सबसे प्रमुख दावेदार है। हालांकि ये इतना आसान नहीं होगा। विपक्षी एकता के इन दलों में कई ऐसे नेता हैं जो खुद को प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदार पेश कर रहे हैं। नीतीश के प्रयासों ने ही विपक्षी एकता की इस अवधारणा को जन्म दिया है। ममता बनर्जी भी प्रधानमंत्री पद की दावेदारी में पीछे नहीं हैं। बिहार में इस बात की बयार कई बार उठ चुकी है बिहार तेजस्वी संभालेंगे और देश नीतीश कुमार। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी के सामने एक दावेदार खड़ा करना आसान नहीं होगा।



    publive-image



    रविशंकर प्रसाद का तीखा तंज : बेंगलुरु की बैठक में दी जाएगी घोटालों की ट्रेनिंग



    बेंगलुरु में हो रही विपक्षी दलों की बैठक को लेकर भाजपा ने तीखा तंज कसा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वहां बैठक में गठबंधन की राजनीति पर बात होगी या घोटालों की ट्रेनिंग होगी। प्रस्तावित महागठबंधन को स्वार्थ और अवसरवादिता का गठबंधन बताते हुए उन्होंने कहा, गठबंधन की राजनीति पर बात होगी या ट्रेनिंग दी जाएगी। फ्लड का मिस मैनेजमेंट कैसे होता है, यह केजरीवाल सरकार से सीखिए। लोकतंत्र का गला कैसे घोंटा जाता है, यह ममता बनर्जी से सुनिए। शिक्षक घोटाला कैसे होता है, ममता से सुनिए। कोयला घोटाला का नया स्वरूप कैसे आता है, यह ममता बनर्जी के सहयोगियों से सीखिए। चारा घोटाला और अलकतरा घोटाला किस तरह किया जाता है यह लालू प्रसाद यादव से सीखिए।



    2024 के लिए नहीं है कोई वैकेंसी



    उन्होंने कहा कि यह बहुत पीड़ादायक है कि स्वार्थ और अवसरवादिता में विपक्ष ने कुशासन को दरकिनार कर दिया। ऐसे लोग देश का विकल्प बनेंगे? भारत का भविष्य बनेगा? 2024 के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। उन्होंने तंज कसा कि 2024 की जो बरात सज रही है, उसमें दूल्हा कौन है? बिना दूल्हा के बरात जा रही है


    Leaders of 26 parties arrived at Congress political dinner today opposition unity in Bengaluru and NDA meeting in DelhiPreparation for Lok Sabha elections 2024 NDA along with opposition parties also gearing up both alliances engaged in formulating their strategy लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी विपक्षी दलों के साथ एनडीए ने भी कसी कमर दोनों गठबंधन अपनी रणनीति बनाने में जुटे