कल 18 सितंबर दिन बुधवार की शाम बहुत चमकदार होने वाली है। रात में आकाश को जगमगाने चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक रहते हुए सुपरमून ( supermoon ) के रूप में चमकेगा। खगोल वैज्ञानिक जानकारी सारिका घारू ( Sarika Gharu ) ने बताया कि पृथ्वी के चारों ओर अंडाकार पथ में परिक्रमा करता पूर्णिमा का चंद्रमा जब पास के बिंदु पर होता है तो चंद्रमा बड़ा और चमकदार ( moon big and bright ) दिखाई देता है और इसे ही सुपरमून कहा जाता है। सारिका के मुताबिक एक दिन पृथ्वी से सबसे दूर होता है इसे अपोजी ( apogee ) कहते हैं, तो एक दिन पास के बिंदु पर आ जाता है इसे पेरिजी कहते हैं। इस समय चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी लगभग 3 लाख 57 हजार 286 किमी होगी।
चंद्रग्रहण की घटना
सारिका घारू (Sarika Gharu ) के मुताबिक मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) के पश्चिमी भागों में सुबह जब चंद्रमा पश्चिम ( moon west ) में अस्त होने को होगा तो वह कुछ मिनट के लिए उपछाया ग्रहण ( penumbral eclipse ) के साए में होगा। चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी ( Earth ) के आ जाने से चंद्रमा इस समय पृथ्वी की उपछाया वाले भाग में होगा।
बुधवार शाम होगी चमकदार
सारिका ने बताया कि शाम को पहले जब चंद्रमा उदित होगा तो वह पृथ्वी से इसकी दूरी कम होकर मात्र 3 लाख 57 हजार 286 किमी रह जाएगी । पास आ जाने के कारण चंद्रमा अपेक्षाकृत बड़ा और अधिक चमकीला दिखेगा और सुपरमून ( supermoon ) कहा जाएगा। इसे कार्नमून, हार्वेस्ट मून ( cornmoon, harvest moon ) भी नाम दिया गया है। इसे पूरे देश में देखा जा सकेगा ।
खाली आंखों से नहीं दिखेगा ग्रहण
खाली आंखों से देखने पर तो इसे महसूस नहीं किया जा सकता लेकिन टेलिस्कोप से इसे देखा जा सकता है । मध्यप्रदेश के उज्जैन, देवास, धार, बड़वानी, झाबुआ और खरगोन जिलों में कुछ मिनट तक उपछाया चंद्रग्रहण ( lunar eclipse ) की यह खगोलीय ( astronomical phenomenon ) घटना होगी।
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